यूसुफ की निगाह टी20 विश्व कप पर
नयी दिल्ली : अपनी आलराउंड क्षमता को निखारने के बाद हरफनमौला यूसुफ पठान की निगाहें रणजी सत्र और आईपीएल में अपने अच्छे प्रदर्शन और बल्लेबाजी के मजबूत पक्ष के दम पर भारत की विश्व टी20 टीम में जगह बनाने पर लगी हैं. भारत की तरफ से मार्च 2012 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेलने […]
नयी दिल्ली : अपनी आलराउंड क्षमता को निखारने के बाद हरफनमौला यूसुफ पठान की निगाहें रणजी सत्र और आईपीएल में अपने अच्छे प्रदर्शन और बल्लेबाजी के मजबूत पक्ष के दम पर भारत की विश्व टी20 टीम में जगह बनाने पर लगी हैं.
भारत की तरफ से मार्च 2012 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेलने वाले यूसुफ आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं और उन्होंने इस रणजी सत्र में बडौदा की तरफ से भी अच्छा खेल दिखाया. इस 33 वर्षीय क्रिकेटर का मानना है कि वह अब भी भारतीय क्रिकेट की सेवा कर सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘इस साल मेरे लिये रणजी सत्र बहुत अच्छा रहा.
यदि आप टी20 की बात कर रहे हो तो मैंने केकेआर की तरफ से आईपीएल सत्र में अच्छा प्रदर्शन किया. मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं. प्रत्येक मैच (विजय हजारे ट्राफी) में नौ से दस ओवर कर रहा हूं. इसलिए चीजें सही दिशा में आगे बढ़ रही है. विकेट भी मिल रहे हैं और जब मैं बल्लेबाजी कर रहा हूं तो रन भी बना रहा हूं. ”
यूसुफ ने साक्षात्कार में कहा, ‘‘इसलिए निश्चित तौर पर मेरी निगाहें टी20 विश्व कप के लिये टीम में जगह बनाने पर टिकी है. मेरा विश्वास है कि यदि मैं अच्छा प्रदर्शन जारी रखता हूं तो मुझे मौका मिलेगा. ” अपने क्रिकेट भविष्य के बारे में यूसुफ ने कहा, ‘‘अभी मेरे में काफी क्रिकेट बची हुई है. मैं केवल अच्छा प्रदर्शन करने पर ध्यान दे रहा हूं. मैं अपनी क्षमता से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा हूं बाकी खुदा पर छोड़ देता हूं. मेरा मानना है कि यदि आप अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हो तो चयनकर्ता जरुर उस पर गौर करेंगे. ”
यूसुफ ने कहा, ‘‘मेरे लक्ष्य हमेशा बड़े रहे और जब तक मैं क्रिकेट खेलता रहूंगा तब तक वे रहेंगे. मैं अपने लक्ष्य हासिल करने के लिये कड़ी मेहनत कर रहा हूं. यदि आप अपनी टीम के लिये नियिमत अच्छा प्रदर्शन करते हो तो फिर टीम हमेशा आपकी सेवाएं लेना पसंद करेगी और आपको मौका देगी.” यूसुफ ने अपने छोटे भाई इरफान से चार साल बाद 2007 में भारतीय टीम की तरफ से पदार्पण किया था.
यूसुफ ने पहले विश्व टी20 फाइनल में लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा था. उन्होंने पाकिस्तान के मोहम्मद आसिफ पर छक्का जमाया और भारत ने यह मैच पांच रन से जीता. तब महेंद्र सिंह धौनी कप्तान थे. भारतीय क्रिकेट हालांकि तब से काफी आगे बढ़ चुका है और अब धौनी के बजाय विराट कोहली टेस्ट टीम के कप्तान हैं.
यूसुफ ने कहा, ‘‘कोहली ने अब तक जिन कुछेक मैचों में कप्तानी की उनमें अच्छा प्रदर्शन किया. वह अच्छा कप्तान है और उसका रवैया सकारात्मक है. वह मैदान पर आक्रामक है लेकिन मेरा मानना है कि यह सकारात्मक आक्रामकता है. वह टीम और टीम के साथियों की भी मदद करता है जो भारतीय क्रिकेट के लिये अच्छे संकेत हैं. ” यह विस्फोटक बल्लेबाज अपनी टीम का उपयोगी आफ स्पिनर भी है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं पिछले कुछ समय से अपनी गेंदबाजी पर भी काम कर रहा हूं और परिणाम आ रहे हैं. केवल गेंदबाजी ही नहीं बल्कि मैं बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण से लेकर खेल के हर विभाग में कड़ी मेहनत कर रहा हूं. ”