वर्ष 2015 अपनी समाप्ति से अब मात्र एक पायदान दूर है. नया वर्ष 2016 बांहें फैलाए लोगों का स्वागत करने के लिए तैयार है. ऐसे समय में वर्ष 2015 की कुछ बातें हमारे जेहन में आती हैं, जिनके लिए यह वर्ष हमेशा याद किया जायेगा. जी हां, वर्ष 2015 में क्रिकेट जगत के कई दिग्गजों ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया. तो आइए उन क्रिकटर्स को एक बार फिर याद करते हैं, जिनका क्रिकेट जगत में अभूतपूर्व योगदान है और जिन्होंने वर्ष 2015 में क्रिकेट को सैल्यूट कर इसे अलविदा कह दिया.
वीरेंद्र सहवाग : भारतीय क्रिकेट के आक्रामक ओपनर, जिन्होंने अपने खेल से ओपनिंग की परंपरा को बदल दिया. एक शानदार बल्लेबाज जिसकी कलाई में जादू था. वीरेंद्र सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक लगाया और दो बार दोहरा शतक. उन्होंने एकदिवसीय मैचों में अधिकतम 219 रन बनाये हैं. 37 वर्षीय सहवाग ने टीम में वापसी की संभावना क्षीण होने के बाद क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की. सहवाग ने 20 अक्तूबर को क्रिकेट के हर फॉरमेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी.
माइकल क्लॉर्क : अॅास्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लॉर्क ने विश्वकप जीतने के बाद अपने संन्यास की घोषणा कर दी. इन्होंने वर्ष 2003 में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया था. इन्होंने 115 टेस्ट और 245 वनडे खेला. क्लॉर्क अॅास्ट्रेलिया के सफल कप्तानों में से एक थे.
महेला जयवर्द्धने : श्रीलंका के महानतम क्रिकेटर्स में से एक महेला जयवर्द्धने ने भी इस वर्ष संन्यास की घोषणा कर दी. 38 वर्ष की उम्र में जयवर्द्धने ने 149 टेस्ट, 448 वनडे और 44 टी-20 खेला. वे श्रीलंका क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे.
ब्रेंडन मैकुलम : न्यूजीलैंड के कप्तान ब्रेंडन मैकुलम ने भी क्रिकेट को अलविदा करने की घोषणा कर दी है. वे फिलहाल इंग्लैंड के साथ सीरीज खेल रहे हैं, लेकिन अॅास्ट्रेलिया के साथ घरेलू श्रृंखला के बाद वे संन्यास ले लेंगे.
कुमार संगकारा : श्रीलंका क्रिकेट के लीजेंड कुमार संगकारा ने भी इसी वर्ष क्रिकेट को अलविदा कहा. इन्होंने भारत के साथ अपने कैरियर का अंतिम टेस्ट खेला. इन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों में ही श्रीलंका की तरफ से सर्वाधिक रन बनाये हैं.
डेनियल विटोरी : न्यूजीलैंड की तरफ से सबसे कम उम्र में टेस्ट खेलने का गौरव हासिल करने वाले डेनियल विटोरी ने भी इस वर्ष संन्यास की घोषणा कर दी. इन्होंने अपने कैरियर में 113 टेस्ट, 295 वनडे और 34 टी-20 मैच खेले.
जहीर खान : कभी भारतीय क्रिकेट की जान रहे जहीर खान ने भी इस वर्ष संन्यास की घोषणा कर दी. वर्ष 2011 में जब भारत ने वर्ल्ड कप जीता था, तो उस जीत में इनकी महती भूमिका थी. इन्हें स्विंग गेंदबाजी के लिए याद किया जाता है. इन्होंने 92 टेस्ट 200 वनडे खेले. जहीर ने टेस्ट में 311 और वनडे में 282 विकेट लिये थे. लेकिन जहीर हमेशा फिटनेस की समस्या से जूझते रहे और अंतत: इस वर्ष संन्यास की घोषणा कर दी.