बोल्ट को दस विकेट, पारी से जीता न्यूजीलैंड

वेलिंगटन : तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट की घातक गेंदबाजी से न्यूजीलैंड ने दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में आज यहां वेस्टइंडीज को तीसरे दिन ही पारी और 73 रन से करारी शिकस्त दी. यह न्यूजीलैंड की पिछले एक साल से भी अधिक समय में पहली टेस्ट जीत है. ब्रैंडन मैकुलम की अगुवाई में 11 टेस्ट मैचों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2013 12:12 PM

वेलिंगटन : तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट की घातक गेंदबाजी से न्यूजीलैंड ने दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में आज यहां वेस्टइंडीज को तीसरे दिन ही पारी और 73 रन से करारी शिकस्त दी. यह न्यूजीलैंड की पिछले एक साल से भी अधिक समय में पहली टेस्ट जीत है. ब्रैंडन मैकुलम की अगुवाई में 11 टेस्ट मैचों में पहली बार उसने जीत का स्वाद चखा.

वेस्टइंडीज के बल्लेबाज बोल्ट का सामना करने में नाकाम रहे. कैरेबियाई टीम ने तीसरे दिन 16 विकेट गंवाये. बोल्ट ने पहली पारी में 40 रन देकर छह और दूसरी पारी में 40 रन देकर चार विकेट लिये.

वेस्टइंडीज ने न्यूजीलैंड के 441 रन के जवाब में अपनी पहली पारी चार विकेट पर 158 रन से आगे खेलना शुरु किया लेकिन उसकी टीम 193 रन पर आउट हो गयी. वेस्टइंडीज को फालोआन के लिये मजबूर होना पड़ा लेकिन इसके बाद भी उसके बल्लेबाज नहीं चले और उसकी दूसरी पारी 175 रन पर सिमट गयी.

बोल्ट ने पहली पारी में अपने आखिरी चार विकेट छह गेंद के अंदर लिये. उन्होंने दूसरी पारी में चार विकेट लेने के अलावा दिनेश रामदीन (19) का एक हाथ से दर्शनीय कैच भी लिया.

बोल्ट ने बाद में कहा, यह निजी तौर पर मेरे लिये बहुत बड़ा दिन है और निश्चित तौर पर टीम के लिये भी अच्छा दिन है. वह कैच वास्तव में शानदार था. मैं नहीं जानता कि उसके बारे कैसे बताउं. मैंने डाइव लगायी और वह मेरे हाथ में आ गया. वेस्टइंडीज के लिये टास जीतने के अलावा मैच में कुछ भी सकारात्मक नहीं रहा. वह पहले दिन लचर क्षेत्ररक्षण के कारण शुरुआती सफलता का फायदा भी नहीं उठा पाया. रोस टेलर ने 129 रन बनाये और न्यूजीलैंड के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने भी अच्छा योगदान देकर टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया.

वेस्टइंडीज ने पहले टेस्ट मैच में फालोआन करने के बाद 507 रन बनाकर मैच बचाया था लेकिन इस बार न्यूजीलैंड ने दबाव बनाये रखा. कैरेबियाई टीम ने सुबह जब अपनी पहली पारी आगे बढ़ायी तो मलरेन सैमुअल्स (60) और नरसिंह देवनारायण (22) ने पहले सात ओवर आसानी से खेले. लेकिन बोल्ट के दिन के चौथे ओवर की पहली गेंद देवनारायण के बल्ले का किनारा लेकर पहली स्लिप में टेलर के पास चली गयी.

यहां से वेस्टइंडीज की पारी का पतन शुरु हो गया. सैमुअल्स ने भी बोल्ट की गेंद पर विकेटकीपर बी जे वाटलिंग को कैच थमाया. डेरेन सैमी केवल दो गेंद खेल पाये और बोल्ड हो गये. शेन शिलिंगफोर्ड भी उनके पीछे पवेलियन लौटे. टिनो बेस्ट ने बोल्ट की हैट्रिक बचायी लेकिन स्विंग लेती अगली गेंद पर वह बोल्ड हो गये.

फालोआन के बाद वेस्टइंडीज ने अच्छी शुरुआत की और एक समय उसका स्कोर बिना किसी नुकसान के 74 रन था लेकिन इसके बाद विकेटों का पतझड़ शुरु हो गया. ड्यूनेडिन में दोहरा शतक जड़ने वाले डेरेन ब्रावो शून्य पर आउट हो गये. सलामी बल्लेबाजों कीरेन पावेल (36) और किर्क एडवर्डस (35) के अलावा केवल शिवनारायण चंद्रपाल (नाबाद 31) ही कुछ संघर्ष कर पाये.

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