भारतीय गेंदबाजों को डेविड वार्नर के रुप में मिला हमदर्द

कैनबरा : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला में अभी तक खराब फार्म से जूझ रहे भारतीय गेंदबाजों को डेविड वार्नर के रुप में हमदर्द मिला है जिनका मानना है कि वनडे क्रिकेट में सपाट पिचों के कारण गेंदबाजों पर दबाव बढ़ गया है. भारतीय बल्लेबाजों ने पहले तीन वनडे में उम्दा प्रदर्शन करते हुए 300 से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2016 5:32 PM

कैनबरा : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला में अभी तक खराब फार्म से जूझ रहे भारतीय गेंदबाजों को डेविड वार्नर के रुप में हमदर्द मिला है जिनका मानना है कि वनडे क्रिकेट में सपाट पिचों के कारण गेंदबाजों पर दबाव बढ़ गया है.

भारतीय बल्लेबाजों ने पहले तीन वनडे में उम्दा प्रदर्शन करते हुए 300 से अधिक रन बनाये लेकिन गेंदबाज प्रभावित नहीं कर सके. वार्नर ने कल होने वाले चौथे वनडे से पहले कहा ,‘‘ किसी भी तरह की विकेट पर आप शुरुआती विकेट चाहते हैं. वनडे क्रिकेट आजकल पहले दस ओवर में टेस्ट क्रिकेट की तरह खेला जा रहा है और बीच के ओवरों में रफ्तार बढ़ती है.
यह शुरुआती गेंदबाजों के लिये काफी चुनौतीपूर्ण है.’ उन्होंने कहा ,‘‘ उन्हें अच्छी लाइन और लैंग्थ से गेंदबाजी करनी होती है. दुनिया भर में वनडे क्रिकेट में सपाट विकेटों को देखते हुए गेंदबाजों पर दबाव बढ़ गया है. जब गेंद स्विंग नहीं लेती तो काफी दिक्कत होती है. गेंदबाजों के लिये काफी कठिन हो गया है. हमने अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है और आगे भी बरकरार रखना चाहेंगे.’ भारतीय टीम से हो रही चूक के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा ,‘‘ मैं उम्मीद करता हूं कि एम एस धौनी अपनी टीम को वह पैगाम दे. मैं कोई संदेश नहीं दूंगा.’
पितृत्व अवकाश के कारण पिछले दो मैचों से बाहर रहे वार्नर ने कहा कि भारत का शीर्ष क्रम अच्छा प्रदर्शन कर रहा है लेकिन 300 से अधिक के लक्ष्य का पीछा करना इस श्रृंखला में कठिन नहीं रहा है. उन्होंने कहा ,‘‘ भारतीय शीर्षक्रम अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. रोहित शर्मा जबर्दस्त फार्म में है. विराट भी बहुत अच्छा खिलाड़ी है और मध्यक्रम को मजबूती देता है.
अजिंक्य रहाणे बडे शाट खेलने में माहिर है लेकिन 300 का स्कोर जीत के लिये काफी नहीं है.’ एमसीजी पर ग्लेन मैक्सवेल की 96 रन की पारी के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ उसके बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि वह सभी से सीखता है. वह समय के साथ परिपक्व हो रहा है और अभी तक हमने उसका वास्तविक हुनर देखा नहीं है. उसने इसकी बानगी भर पेश की है. हमें उसे याद दिलाना होगा कि वह क्या कर सकता है.’

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