जानें, टी-20 को लेकर क्या सोचते हैं ”मास्टर ब्लास्टर” ?
चेन्नई : सचिन तेंदुलकर ने अपने दो दशक से अधिक लंबे करियर में सिर्फ एक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला लेकिन इस महान भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि इस प्रारुप ने क्रिकेट को खेलने के तरीके विशेषकर बल्लेबाजी को पूरी तरह बदल दिया है. भारत में […]
चेन्नई : सचिन तेंदुलकर ने अपने दो दशक से अधिक लंबे करियर में सिर्फ एक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला लेकिन इस महान भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि इस प्रारुप ने क्रिकेट को खेलने के तरीके विशेषकर बल्लेबाजी को पूरी तरह बदल दिया है.
भारत में मार्च-अप्रैल में होने वाली विश्व ट्वेंटी20 चैंपियनशिप से पहले एमआरएफ टायर के साथ आईसीसी की साझेदारी की घोषणा के लिए आयोजित कार्यक्रम में तेंदुलकर इस विषय पर बात कर रहे थे कि कैसे यह प्रारुप खेल में क्रांतिकारी बदलाव लाया.
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘टी20 ने क्रिकेट को खेलने के तरीके को बदल दिया है. उदाहरण के लिए किसी ने नहीं सोचा था कि बल्लेबाज शार्ट थर्ड मैन की मौजूदगी में तेज गेंदबाज पर रिवर्स स्वीप खेलेंगे. यह क्रिकेट में काफी बदलाव लाया.’ उन्होंने कहा ‘‘दर्शक भी टी20 देखने का लुत्फ उठाते हैं. मुझे लगता है कि यह उन लोगों के लिए अच्छा प्रारुप है जो क्रिकेट से अधिक परिचित नहीं हैं. यह क्रिकेट और रोमांच का सही मिश्रण है. मैच में अंतिम समय तक संघर्ष होता है और नतीजे करीबी होते हैं.’
पिछले साल के एकदिवसीय विश्व कप के ब्रांड दूत में शामिल रहे तेंदुलकर ने कहा कि आगामी टी20 विश्व चैम्पियनशिप के दौरान ऐसी कोई भूमिका नहीं निभाने से उनके लिए भारतीय टीम की हौसलअफजाई करना आसान होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘सभी को भारत के समर्थन के मौके का इंतजार है. मैं पिछले साल की तरह इस बार आईसीसी का ब्रांड दूत नहीं हूं. तब मुझे परोक्ष रुप से कहना पड़ा था कि गत चैम्पियन अपने खिताब के बचाव के लिए तैयार है लेकिन इस बाद मैं कह सकता हूं कि भारत खिताब जीतेगा.’ तेंदुलकर ने इस दौरान पिछले साल चेन्नई में विनाशकारी बाढ़ के दौरान लोगों के जज्बे को भी सलाम किया.