नयी दिल्ली : पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि चोटों से जूझ रहे तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को विश्व टी20 के लिए भारतीय टीम में शामिल करना थोड़ा जोखिम भरा है लेकिन उन्होंने कहा कि आज घोषित टीम में ‘गजब का संतुलन’ है.
शमी को ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने वाली टीम में शामिल किया गया था लेकिन चोट के कारण उन्हें एक भी गेंद फेंके बिना दौरे से वापस लौटना पड़ा. आठ मार्च से तीन अप्रैल तक होने वाली विश्व टी20 चैम्पियनशिप के लिए भी उनका चयन फिटनेस पर निर्भर करेगा.
विश्व कप 2015 के बाद से भारत के लिए नहीं खेलने वाले शमी के संदर्भ में गावस्कर ने ‘एनडीटीवी’ से कहा, ‘‘इसमें (शमी को शामिल करने में) थोड़ा जोखिम है. हालांकि यह प्रारुप छोटा है (वह चार ओवर फेंक सकता है). विश्व टी20 के लिए एक महीने से अधिक का समय बचा है और एशिया कप में भी उसके गेंदबाजी का काफी मौका मिलेगा.” गावस्कर ने कहा कि कुल मिलाकर शमी और बायें हाथ के स्पिनर पवन नेगी को शामिल करने से टीम मजबूत होगी लेकिन वह लेग स्पिनर भी चाहते थे. आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा टीम के लिए मुख्य स्पिन जोड़ी होगी.
गावस्कर ने कहा, ‘‘यह अच्छी टीम है, मेरा मानना है कि लेग स्पिनर अधिक विकल्प देता लेकिन चयनकर्ताओं ने टीम को बरकरार रखा. ऑस्ट्रेलिया में टीम का संतुलन शानदार था और यह संतुलन बदला नहीं है. नेगी और शमी के शामिल होने से टीम मजबूत हुई है.” मनीष पांडे को टीम में शामिल नहीं किया गया है जिसके संदर्भ में गावस्कर ने कहा, ‘‘मनीष पांडे को मेरी सलाह है कि वह अधिक धैर्य रखे. उसे श्रीलंका श्रृंखला (नौ फरवरी) में अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए और स्थायी चयन का दावा पेश करना चाहिए.
कुछ खिलाडियों मौका नहीं मिल जाता. खिलाडियों को प्रयास जारी रखने चाहिए.” महेंद्र सिंह धौनी को काफी पहले की कप्तान घोषित किए जाने पर गावस्कर ने कहा, ‘‘चयन समिति ने धौनी पर भरोसा जताया जिससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा.”