पुणे : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने श्रीलंका के हाथों पहले टी-20 क्रिकेट मैच में मिली हार के बावजूद कहा कि इससे टी-20 विश्व कप से पहले टीम की बल्लेबाजी को आंकने का मौका मिला है. श्रीलंका ने कल भारत को पांच विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 1 – 0 से बढ़त ले ली. धौनी ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ अच्छी बात यह थी कि इस तरह की पिच पर हम लंबे समय से नहीं खेले हैं. मैच के काफी सकारात्मक पहलू रहे.
हर किसी को बल्लेबाजी का मौका मिला और सभी बल्लेबाजों पर दबाव था. हम जीत नहीं सके लेकिन इससे काफी सकारात्मक चीजें ली.” उन्होंने कहा ,‘‘ यह कम ही होता है कि टी20 क्रिकेट में सारे विकेट गिर जाये. सभी को आजमाने का मौका मिल गया और पता चला कि हमारी बल्लेबाजी में कितनी गहराई है. शीर्ष क्रम लगातार अच्छा खेलता रहेगा तो निचले क्रम के बल्लेबाजों को मौका नहीं मिलता और विश्व कप से पहले उन्हें आजमाया नहीं जा सकता.”
पहले बल्लेबाजी के लिए भेजे जाने पर भारतीय टीम 18 – 5 ओवर में 101 रन पर आउट हो गई. श्रीलंका ने दो ओवर बाकी रहते लक्ष्य हासिल कर लिया. धौनी ने कहा ,‘‘ यह अलग प्रारुप है और हमें तालमेल बिठाना होगा. हम 50 ओवरों की तरह नहीं ले सकते. इसमें कोई दो गेंद में 10 रन बनाता है तो अच्छा प्रदर्शन कहा जायेगा. ” भारत ने आठ विकेट 72 रन पर गंवा दिये थे लेकिन आर अश्विन 24 गेंद में नाबाद 31 रन बनाकर स्कोर 100 के पार ले गये.
धौनी ने स्वीकार किया कि उनके बल्लेबाजों ने सोचा होगा कि भारत की सभी पिचें एक जैसी है. उन्होंने कहा ,‘‘साझेदारी महत्वपूर्ण थी. साझेदारी जब बन रही थी तब हमने बड़े शाट खेले. अहम बात यह है कि आखिरी दो बल्लेबाजों का पहले इस्तेमाल नहीं हुआ था. यही आगे की ओर देखने का तरीका है.” उन्होंने हालांकि पिच की आलोचना नहीं की और कहा कि टीम हर तरह की विकेट पर खेलने को तैयार है.