सचिन तेंदुलकर ने की ”मन की बात”, छात्रों से अपना लक्ष्य बनाने, सकरात्मक रहने को कहा
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने आज के मन की बात’ कार्यक्रम में बोर्ड परीक्षा दे रहे छात्रों तक क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का संदेश पहुंचाया जिसमें इस महान बल्लेबाज ने छात्रों से ‘‘अपने लिए हासिल किये जाने योग्य वास्तविक लक्ष्य तय करने और तनावमुक्त होकर सकारात्मक सोच के साथ उसे हासिल करने का […]
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने आज के मन की बात’ कार्यक्रम में बोर्ड परीक्षा दे रहे छात्रों तक क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का संदेश पहुंचाया जिसमें इस महान बल्लेबाज ने छात्रों से ‘‘अपने लिए हासिल किये जाने योग्य वास्तविक लक्ष्य तय करने और तनावमुक्त होकर सकारात्मक सोच के साथ उसे हासिल करने का आह्वान किया.
नरेन्द्र मोदी एप पर भेजे अपने संदेश में तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ मुझे पता है कि परीक्षा कुछ ही दिनों में शुरू होने वाली हैं. आप में से कई लोग तनाव में भी रहेंगे. मेरा एक ही संदेश है आपको कि आप खुद अपने लिए लक्ष्य निर्धारित कीजियेगा, किसी और की उम्मीदों के दबाव में मत आइयेगा. आप मेहनत जरुर कीजियेगा, मगर वास्तविक, हासिल करने योग्य लक्ष्य खुद के लिए तय कीजिये और वह लक्ष्य हासिल करने के लिए कोशिश कीजिए.’
प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा कि तेंदुलकर कह रहे थे कि आप उम्मीदों के बोझ के नीचे मत दबिये. आप ही को तो आपका भविष्य बनाना है. आप खुद से अपने लक्ष्य को तय करें और मुक्त मन से, मुक्त सोच से, मुक्त सामर्थ्य से. तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ आपसे आपके माता-पिता उम्मीद करेंगे, आपके शिक्षक करेंगे, आपके बाकी परिवार के सदस्य करेंगे, दोस्त करेंगे. जहां भी जाओगे, सब पूछेंगे कि आपकी तैयारी कैसी चल रही है, कितने पर्सेंट आप स्कोर करेंगे.’
क्रिकेट के दिनों के अपने अनुभव साझा करते हुए तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ मैं आपसे यही कहना चाहूंगा कि मैं जब क्रिकेट खेलता था, तो मुझसे भी बहुत सी उम्मीदें होती थी. पिछले 24 साल में कई सारे कठिन क्षण आये और कई-कई बार अच्छे क्षण भी आये, मगर लोगों की उम्मीदें हमेशा रहती थी और जैसे जैसे समय बीतता गया, उम्मीदें भी बढती गईं. तो इसके लिए मुझे एक समाधान निकालना बहुत जरुरी था.’
तेंदुलकर ने कहा कि मैंने तय किया कि खुद से उम्मीदें रखूंगा और खुद के लक्ष्य निर्धारित करुंगा. अगर खुद के लक्ष्य मैं हासिल कर रहा हूं, तो मैं जरुर कुछ-न-कुछ अच्छी चीज देश के लिए कर पा रहा हूं. मैं हमेशा कोशिश करता था. मेरा ध्यान गेंद और लक्ष्य पर रहता था और धीरे धीरे ये अपने आप हासिल होते गए.
तेंदूलकर ने कहा, ‘‘ मैं आपको यही कहूंगा कि आप, आपकी सोच सकारात्मक होनी बहुत जरुरी है. सकारात्मक सोच से परिणाम भी सकारात्मक निकलेंगे. तो आप सकारात्मक जरुर रहियेगा और उपर वाला आपको जरुर अच्छे परिणाम दे, इसकी मुझे पूरी उम्मीद है और आपको मैं शुभकामनाएं देना चाहूंगा.’