हामिद करजई ने भारत में कहा, दिल ढूंढ़ता है फिर वही फुर्सत के रात-दिन…
कानपुर : अफगानिस्तान में क्रिकेट को बढावा देने के लिए भारत की प्रशंसा करते हुये पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा कि भारत अफगानिस्तान के कंधार में क्रिकेट स्टेडियम बनाने में मदद कर रहा है. अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई कल देर रात आईआईटी कानपुर के टेक्निकल फेस्टिवल टेक कृति के उदघाटन समारोह में […]
कानपुर : अफगानिस्तान में क्रिकेट को बढावा देने के लिए भारत की प्रशंसा करते हुये पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा कि भारत अफगानिस्तान के कंधार में क्रिकेट स्टेडियम बनाने में मदद कर रहा है. अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई कल देर रात आईआईटी कानपुर के टेक्निकल फेस्टिवल टेक कृति के उदघाटन समारोह में बोल रहे थे.
उन्होंने कार्यक्रम के अंत में छात्रों के सवाल जवाब कार्यक्रम में एक छात्र के सवाल के जवाब में कहा कि अभी पांच साल से ही हमारे युवाओं की क्रिकेट में दिलचस्पी बढ़ी है. हमारी टीम टी 20 क्रिकेट वर्ल्ड कप खेलने के लिए बहुत उत्सुक है. हमारे खिलाड़ी अंडर 19 क्रिकेट भी खेल रहे है. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि हमने भारतीय क्रिकेट टीम को अभी अनुमति दे रखी है कि वह आयें और अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम को हरायें.
इस पर छात्र छात्राओं के बीच खूब ठहाके लगे. उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार के बहुत शुक्रगुजार है कि वह कंधार में बनने वाले क्रिकेट स्टेडियम में काफी मदद कर रही है और आर्थिक सहायता भी दे रही है. पूर्व राष्ट्रपति करजई ने भारत के शिमला में पढ़ाई के दौरान गुजारे गये दिनों को गाने की शक्ल में याद किया.
उन्होंने हिंदी में गुनगुनाया ‘‘दिल ढूंढता है फिर वहीं फुरसत के रात दिन” फिर आजकल के हालात पर कहा कि ‘‘जिन्दगी के सफर में गुजर जाते है जो मुकाम वह फिर नहीं आते”. उन्होंने अपने पंसदीदा अभिनेताओं में देवानंद और हेमामालिनी को बताया जबकि गायकों में लता मंगेशकर, बडे गुलाम अली खां साहब और मोहम्मद रफी का नाम लिया.