धौनी को उपरी क्रम में उतरने का सुझाव मैंने दिया था : हरभजन

कोलकाता : वह सीनियर आफ स्पिनर हरभजन सिंह का सुझाव था जिसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धौनी बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप फाइनल में उपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिये आये और उन्होंने छक्का जड़कर अपने जानदार अंदाज में मैच का अंत किया. भारत को तब 12 गेंद पर 19 रन चाहिए थो जब धौनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 8, 2016 10:08 PM

कोलकाता : वह सीनियर आफ स्पिनर हरभजन सिंह का सुझाव था जिसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धौनी बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप फाइनल में उपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिये आये और उन्होंने छक्का जड़कर अपने जानदार अंदाज में मैच का अंत किया.

भारत को तब 12 गेंद पर 19 रन चाहिए थो जब धौनी ने अल अमीन पर दो छक्के और एक चौका लगाकर सात गेंद शेष रहते ही भारत को जीत दिला दी थी. हरभजन ने आज यहां कहा, ‘‘मैंने उसे (धौनी को) सुझाव दिया था. ” धौनी ने उनकी बात मानी तथा सुरेश रैना और हार्दिक पंड्या से पहले उतरकर भारत को जीत दिलायी.

हरभजन ने इसके साथ कहा कि वह अपनी फिटनेस पर विशेष ध्यान देते हैं ताकि वह भारतीय क्रिकेट टीम के युवा खिलाडियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें. उन्होंने यहां ओपन मीडिया सत्र में कहा, ‘‘यह आप पर निर्भर करता है कि आप खुद को कैसे व्यवस्थित करते हो. मैं अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करता हूं.

यदि मुझे 25 साल के खिलाड़ी के साथ प्रतिस्पर्धा करनी है तो मुझे भी उसका स्तर बनाये रखना होगा. मेरे पास कौशल है और इसके साथ इच्छाशक्ति भी होनी चाहिए. ” हरभजन के समकालीन क्रिकेटरों में से बहुत कम अब इस खेल में सक्रिय है लेकिन टर्बनेटर का इस खेल के प्रति जुनून इस कदर है कि उन्होंने किसी अन्य विकल्प के बारे में नहीं सोचा है.

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे दोस्त (टीम के पुराने साथी) कमेंटरी जैसी अन्य चीजें कर रहे हैं लेकिन यह उनकी व्यक्तिगत पसंद है. खेलने से मुझे आनंद मिलता है. जब तक मैं खेल सकता हूं मुझे जरुर खेलना चाहिए. चाहे उम्र 40 हो या 50 साल. मुझे खेलना पसंद है. मैं इसके अलावा कुछ और नहीं जानता. सबसे बड़ी उपलब्धि संतोष है. मैं पूरे जुनून के साथ खेलता हूं. मैं बहुत संतुष्ट हूं.” हरभजन ने कहा, ‘‘अपना ज्ञान बांटना महत्वपूर्ण है. केवल मैदान पर ही नहीं बल्कि मैदान के बाहर भी. ”

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