जानें, सुरेश रैना के मन में क्यों आया था खुदकुशी का ख्याल ?
नयी दिल्ली : टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडर सुरेश रैना की जिंदगी से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जिसका खुलासा रैना ने खुद किया है. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार उन्होंने एक अखबार के साथ बातचीत में बताया कि एक बार उनके मन में आत्महत्या का ख्याल आया था. […]
नयी दिल्ली : टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडर सुरेश रैना की जिंदगी से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जिसका खुलासा रैना ने खुद किया है. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार उन्होंने एक अखबार के साथ बातचीत में बताया कि एक बार उनके मन में आत्महत्या का ख्याल आया था. वो अपनी जिंदगी से टूट चुके थे और आत्महत्या के लिए सोच रहे थे. लेकिन सब ठीक हुआ और वो आज एक सफल क्रिकेटर हैं.
उन्होंने बताया कि जब वो महज 13 साल के रहे होंगे उस समय उनके साथ पढ़ने वाले और साथ खेलने वालों ने उन्हें काफी परेशान किया था. परेशान इस हद तक कि उन्होंने तंग आकर आत्महत्या करने का मन बना लिया था. रैना ने बताया कि वो स्कूल के समय से ही खेल में काफी तेज थे. उन्हें क्रिकेट में कोई पछाड़ नहीं सकता था. इसी के चलते रैना को कोच काफी पसंद करते थे और यही बात साथियों को पसंद नहीं थी.
रैना ने एक घटना का जिक्र किया और बताया कि एक बार उनसे जलने वाले साथी खिलाडियों ने उन्हें हॉकी स्टीक से मारा था. उनका हाथ बांध दिया था. किसी तरह से उन्होंने अपनी जान बचायी थी. होस्टल में रैना के साथ पढ़ने वालों ने काफी मारपीट की थी उन्हें परेशान करने के नये-नये तरीके ढूंढते रहते थे. वैसे में वो काफी परेशान हो चुके थे. कभी उनके मन में आता था कि वो परेशान करने वालों को खुब पीटे लेकिन दूसरे ही क्षण उन्हें लगता था कि अगर एक को मार भी दिया तो चार-पांच उसपर टूट पड़ेंगे. वैसे में उन्हें सब कुछ सहन कर लेना पड़ता था.
बहरहाल रैना के लिए वो बचपन की यादें थी जो उन्हें होस्टल में बिताया था. रैना आज एक सफल क्रिकेटर हैं और विश्व क्रिकेट में वो अपनी पहचान तूफानी बल्लेबाज और शानदार फिल्डिंग करने वाले खिलाडियों के रूप में बना ली है. रैना को मैदान पर छक्के लगाना काफी पसंद है. मैच में रैना की मौजूदगी टीम में नयी ऊर्जा भर देती है.