हारने का डर नहीं था : स्मिथ
जोहानिसबर्ग : भारत को हराने के करीब पहुंचकर दक्षिण अफ्रीका ने भले ही आक्रामक तेवर त्याग दिये हों लेकिन कप्तान ग्रीम स्मिथ ने कहा कि ऐन मौके पर रणनीति में बदलाव हार के डर से नहीं किया गया था. जीत के लिये 458 रन के रिकार्ड लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका जीत से […]
जोहानिसबर्ग : भारत को हराने के करीब पहुंचकर दक्षिण अफ्रीका ने भले ही आक्रामक तेवर त्याग दिये हों लेकिन कप्तान ग्रीम स्मिथ ने कहा कि ऐन मौके पर रणनीति में बदलाव हार के डर से नहीं किया गया था. जीत के लिये 458 रन के रिकार्ड लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका जीत से आठ रन दूर रह गया. दूसरा टेस्ट अब 26 दिसंबर से डरबन में खेला जायेगा.
यह पूछने पर कि क्या उन्हें हारने का डर था, स्मिथ ने कहा, मुझे नहीं लगता कि ऐसा कुछ था. हम सही दिशा में जा रहे थे लेकिन लंच तक भी हमें भरोसा नहीं था कि हम इतने करीब पहुंचेंगे. हम सिर्फ साङोदारियां बनाने की कोशिश में थे क्योंकि हमें मैच बचाना था.
उन्होंने कहा कि शतक जमाने वाले फाफ डु प्लेसिस के आउट होने से हालात बदल गए. उन्होंने कहा, फाफ के अंतिम सत्र में रनआउट होने और फिर एबी (डिविलियर्स) का विकेट गिरने से हालात बदल गए. हमें लगा कि ड्रा के लिये खेलना ही सही होगा.स्मिथ ने कहा, मोर्नी मोर्कल चोट के कारण खड़ा नहीं हो पा रहा था. इमरान ताहिर के बारे में हम निश्चित होकर कुछ कह नहीं सकते थे लिहाजा टीम को मैदान पर मौजूद वेर्नोन फिलैंडर और डेल स्टेन के फैसले के साथ होना ही था.