कोलकाता : बदलाव के दौर से गुजर रही गत चैंपियन श्रीलंकाई टीम टी20 विश्व कप सुपर 10 के अपने पहले मुकाबले में कल अफगानिस्तान को हराकर शानदार शुरुआत करना चाहेगी. गत चैंपियन और 2009 तथा 2012 की उपविजेता श्रीलंकाई टीम 2014 में मीरपुर में भारत को हराकर खिताब जीतने के बाद से पिछले 14 मैचों में से सिर्फ चार जीत सकी है. कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने के संन्यास के बाद श्रीलंकाई टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है.
टी20 विश्व कप विजेता कप्तान लसिथ मलिंगा ने भी कप्तानी छोड दी चूंकि वह घुटने की चोट से पूरी तरह उबर नहीं सके हैं. टेस्ट और वनडे कप्तान एंजेलो मैथ्यूज की राह आसान नहीं है. मलिंगा का कल खेलना संदिग्ध है. श्रीलंका ने बडे टूर्नामेंटों में हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है और टी20 क्रिकेट में उसका प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है. स्पिनरों की मददगार भारतीय पिचों पर श्रीलंका को एक अनुभवी स्पिनर की कमी खलेगी और उसे बायें हाथ के अनुभवी धीमे गेंदबाज रंगाना हेराथ पर निर्भर रहना होगा. गेंदबाजी श्रीलंका की कमजोर कडी है लिहाजा बल्लेबाजों से बडे स्कोर की अपेक्षा होगी. ऐसे में श्रीलंकाई खेमा दुआ करेगा कि तिलकरत्ने दिलशान खराब फार्म को तिलांजलि दें.
क्वालीफाइंग दौर में उसने जिंबाब्वे को हराया था. अफगानिस्तान के पास 17 बरस के रशीद खान के रूप में राउंड आर्म लेग ब्रेक गेंदबाज और लेग स्पिनर समीउल्लाह शेनवारी है. पूर्व कप्तान मोहम्मद नबी भी चतुर आफ ब्रेक गेंदबाज हैं.बल्लेबाजी में वे सलामी बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद पर निर्भर होंगे जिन्होंने पहले दौर में स्काटलैंड, हांगकांग और जिम्बाब्वे पर जीत दिलाई थी.