इंग्लैंड के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत दर्ज करना जरूरी
मैच शाम साढे सात बजे शुरू होगा मुंबई : क्रिस गेल की विस्फोटकीय पारी से आहत इंग्लैंड के लिये कल यहां आईसीसी विश्व ट्वेंटी20 मुकाबले में जीत दर्ज करना जरुरी होगा जिसके लिये उन्हें दक्षिण अफ्रीका को रोकने के तरीके ढूंढ़ने होंगे. गेल के 47 गेंद के रिकार्ड शतक से सदमे में आयी इंग्लैंड टीम […]
मैच शाम साढे सात बजे शुरू होगा
मुंबई : क्रिस गेल की विस्फोटकीय पारी से आहत इंग्लैंड के लिये कल यहां आईसीसी विश्व ट्वेंटी20 मुकाबले में जीत दर्ज करना जरुरी होगा जिसके लिये उन्हें दक्षिण अफ्रीका को रोकने के तरीके ढूंढ़ने होंगे. गेल के 47 गेंद के रिकार्ड शतक से सदमे में आयी इंग्लैंड टीम को अगर ग्रुप एक में से सेमीफाइनल में जगह बनानी है तो उसे प्रोटियाज के खिलाफ जीत दर्ज करना आवश्यक होगा, जिससे वह टूर्नामेंट की तैयारियों के दौरान सीरीज में 0-2 से हार चुकी है.
वर्ष 2010 की चैम्पियन टीम के आलोचनाओं के शिकार गेंदबाजों और क्षेत्ररक्षकों को मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीम के बल्लेबाजों को रोकना होगा, जिसमें एबी डिविलियर्स (वनडे में सबसे तेज 50, 100 और 150 रन के विश्व रिकार्ड धारी), बिग हिटर डेविड मिलर और कप्तान फाफ डु प्लेसिस, हाशिम अमला, क्विंटन डि कॉक और जेपी डुमिनी शामिल हैं. हालांकि इंग्लैंड के लिये अहम चीज यही होगी कि उसके स्पिनर आदिल राशिद और मोईन अली कैसा प्रदर्शन करते हैं, जिनकी गेंदों को गेल ने रौंद दिया था. हाल में 21 फरवरी को जोहानिसबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में डेल स्टेन की अनुपस्थिति में दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को 171 रन पर रोक दिया था.
प्रोटियाज टीम ने यह लक्ष्य महज एक विकेट गंवाकर हासिल कर लिया था जिसमें सलामी बल्लेबाज डिविलियर्स और हाशिम अमला ने अर्धशतक जडे. इस सीरीज के केप टाउन में हुए शुरुआती मैच में ताहिर ने इग्लैंड बल्लेबाजों को हैरान करते हुए चार विकेट प्राप्त किये और दक्षिण अफ्रीका ने सात विकेट गंवाकर 134 रन का छोटा लक्ष्य हासिल कर लिया था.
चोट के बाद स्टेन अब वापसी कर चुके हैं जिससे दक्षिण अफ्रीका का गेंदबाजी आक्रमण सचमुच ताकतवर दिखता है, हालांकि वानखेडे की पिच उनके मैदानों से थोड़ी अलग है. इंग्लैंड की टीम अपने गेंदबाजी आक्रमण में थोडा फेरबदल और अपनी रणनीतियों पर काम कर सकती है ताकि दक्षिण अफ्रीका को रोका जा सके जिसके गले में आईसीसी टूर्नामेंट में ‘चोकर’ का तमगा लगा हुआ है. स्पिनरों के अलावा इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों को भी गेल ने धो दिया था.
अगर इंग्लैंड को अपने तेज गेंदबाजी संयोजन को बदलना है तो उनके पास लियाम प्लंकेट है जिन्हें चोटिल हुए स्टीव फिन की जगह लाया गया था. उनके पास राशिद की जगह भरने के लिये लियाम डासन भी हैं. लेकिन सबसे सरल बात यही है कि इंग्लैंड के गेंदबाजों को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकजुट होकर प्रदर्शन करना होगा. आउटफील्ड पर ओस से गेंद गीली होने के कारण इसे पकडने में मुश्किल हो रही थी, जिससे टास अहम होगा.
टीमें इस प्रकार हैं:
दक्षिण अफ्रीका :
फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), कायल एबोट, हाशिम अमला, फरहान बेहारडियन, क्विंटन डि कॉक (विकेटकीपर), एबी डिविलियर्स, जेपी डुमिनी, इमरान ताहिर, डेविड मिलर, क्रिस मौरिस, आरोन फांगिसो, कागिसो राबाडा, रिली रोसोउ, डेल स्टेन और डेविड विसे.
इंग्लैंड :
जेसन राय, जेम्स विन्स, एलेक्स हेल्स, जो रुट, मोईन अली, इयोन मोर्गन (कप्तान), जोस बटलर (विकेटकीपर), बेन स्टोक्स, सैम बिलिंग्स, डेविड विले, लियाम प्लंकेट, रीस टोपले, क्रिस जोर्डन, आदिल राशिद, लियान डॉसन.