पाक को धूल चटाने के बाद कोहली ने सिर झुकाकर किया ”क्रिकेट के भगवान” का अभिवादन

कोलकाता : भारत की विश्व टी20 मैच में पाकिस्तान पर जीत के नायक विराट कोहली ने कहा कि उन्होंने दिग्गज सचिन तेंदुलकर के सामने टीम को मैच जिताया और इससे वह भावनात्मक तौर पर अभिभूत थे. कोहली के नाबाद 55 रन की मदद से भारत ने कल रात पाकिस्तान को छह विकेट से हराकर उसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2016 3:22 PM

कोलकाता : भारत की विश्व टी20 मैच में पाकिस्तान पर जीत के नायक विराट कोहली ने कहा कि उन्होंने दिग्गज सचिन तेंदुलकर के सामने टीम को मैच जिताया और इससे वह भावनात्मक तौर पर अभिभूत थे. कोहली के नाबाद 55 रन की मदद से भारत ने कल रात पाकिस्तान को छह विकेट से हराकर उसके खिलाफ आईसीसी टूर्नामेंटों में अपना अजेय अभियान बरकरार रखा.

इस बल्लेबाज ने कहा कि तेंदुलकर की उपस्थिति में यह पारी खेलने से उनकी खुशी दोगुनी बढ़ गयी. कोहली ने बीसीसीआई.टीवी से कहा, ‘‘मैं अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता. सचिन तेंदुलकर स्टेडियम में उपस्थित थे. मैंने सचिन पाजी को कई वर्षों तक भारत के लिये ऐसा करते हुए देखा है और देखा है कि लोग उनके लिये कैसे चिल्लाते थे. मुझे उनके सामने यह करने का मौका मिला और वह इसका जश्न मना रहे थे.’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस अहसास को बयां नहीं कर सकता क्योंकि मैंने उन्हें देखकर क्रिकेट खेलना शुरू किया था. उनके सामने ऐसा करके उन्हें खुशी देना. मैं इसके लिये बहुत आभारी हूं और यह बेहद भावनात्मक पल था. ‘ भारत नागपुर में पहला मैच न्यूजीलैंड से हार गया था और कोहली ने कहा कि अब टीम को ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के खिलाफ बाकी बचे दोनों मैच हर हाल में जीतने होंगे.
कोहली ने कहा, ‘‘इस टूर्नामेंट में आगे बढ़ने के लिये इससे हमें प्रेरणा मिलेगी. जो भी हो आपको सकारात्मक बने रहना होगा. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यही खेल है. आप एक बुरी हार का कुछ नहीं कर सकते लेकिन आपको उससे सीख लेनी होती है और सकारात्मक बने रहना होता है. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘जब आप कमरे में बैठे होते तो आप ऐसा खिलाडी चाहते हो जो मैच में अंतर पैदा करे और अकेले दम पर मैच जीते.
यदि सभी 11 खिलाड़ी इस तरह से सोचें तो फिर टीम अच्छी स्थिति में रहेगी. ‘ पहले मैच में हार के बारे में कोहली ने कहा, ‘‘पिछले मैच में मैं खुद के प्रदर्शन से निराश था. मैं कम स्कोर पर आउट हो गया थां मैं टीम के लिये मैच जीतना चाहता थर लेकिन कई बार इसी तरह से क्रिकेट खेला जाता है. मैं जानता था कि यदि मैं 40-45 रन बना लेता तो हम वह मैच जीत जाते लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता है. ‘
उन्होंने कहा, ‘‘उस हार के बाद मैं वास्तव में निराश था. मैं कमरे में गया और सोचने लगा कि अब क्या करना चाहिए. आज रात भी हम इस मैच में वैसी ही स्थिति में थे. लेकिन इस तरह के मैच और परिस्थितियां आपको क्रिकेटर के रुप में सुधार लाती हैं और मुझे इस तरह की चुनौतियां पसंद है. ‘

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