अच्छा प्रदर्शन नहीं करनेवाले बल्लेबाजों को शास्त्री ने चेताया
मुंबई : भारतीय टीम के निदेशक रवि शास्त्री ने बुधवार को टीम के प्रदर्शन नहीं कर पा रहे बल्लेबाजों को यहां वेस्टइंडीज के खिलाफ आइसीसी विश्व ट्वेंटी-20 सेमीफाइनल में अपने खेल में सुधार करने की बात करते हुए कहा कि मेजबान टूर्नामेंट के इस चरण में केवल एक या दो खिलाड़ियों के खेल पर ही […]
मुंबई : भारतीय टीम के निदेशक रवि शास्त्री ने बुधवार को टीम के प्रदर्शन नहीं कर पा रहे बल्लेबाजों को यहां वेस्टइंडीज के खिलाफ आइसीसी विश्व ट्वेंटी-20 सेमीफाइनल में अपने खेल में सुधार करने की बात करते हुए कहा कि मेजबान टूर्नामेंट के इस चरण में केवल एक या दो खिलाड़ियों के खेल पर ही निर्भर नहीं रह सकता. शास्त्री ने उम्मीद जतायी कि अभी तक अच्छा नहीं कर पानेवाले रोहित शर्मा, शिखर धवन और सुरेश रैना जैसे बल्लेबाज कल वानखेड़े स्टेडियम में आगे बढ़ कर अपनी काबिलियत साबित करेंगे.
शास्त्री ने मैच की पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा : मेरा अब भी मानना है कि हम इस टूर्नामेंट में केवल अपनी 70 प्रतिशत क्षमता से ही खेले हैं. अब भी ऐसे क्षेत्र हैं, जहां हम सुधार कर सकते हैं. उम्मीद करते हैं कि ऐसा कल हो जाये. उन्होंने कहा : सेमीफाइनल मैच में आपको अपना ‘ए’ खेल दिखाना होगा.
आप सिर्फ एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं कर सकते, आपको छह-सात खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की जरूरत है. इस टूर्नामेंट में ऐसा अभी तक नहीं हुआ है. उम्मीद करते हैं कि ऐसा कल होगा. यह पूर्व भारतीय कप्तान खराब प्रदर्शन कर रहे शीर्ष क्रम का जिक्र कर रहा था, जिसमें से केवल विराट कोहली ही शानदार खेल दिखा रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में कोहली की नाबाद 82 रन की पारी की प्रशंसा करते हुए शास्त्री ने कहा कि दिल्ली के इस बल्लेबाज ने 2014 में इंग्लैंड में खराब प्रदर्शन के बाद काफी कड़ी मेहनत से अपना भाग्य बदला है. शास्त्री ने कहा : मौके और दबाव को देखते हुए यह शानदार पारी थी, आपने टी-20 क्रिकेट में जो सर्वश्रेष्ठ पारियां देखीं, उनमें से यह एक थी. उसने जिस तरह के शॉट खेले, अविश्वसनीय थे. उन्होंने कहा : जब मैंने अपना काम शुरू किया था, तो उसकी फॉर्म देखते हुए मुझे कोई शक नहीं था कि वह वापसी करेगा.
यह सिर्फ दिमाग का मामला था. कोई भी विराट से ज्यादा कड़ी ट्रेनिंग नहीं करता. अगर पिछले 18 महीनों में वह जितना सफल हो सकता है, उतना सफल है, तो इसका श्रेय उसे दिया जाना चाहिए कि उसने इतनी कड़ी मेहनत की और अपनी काबिलियत पर भरोसा किया. शास्त्री ने कहा कि टीम को चोटिल युवराज सिंह की बतौर बल्लेबाज और गेंदबाज कमी खलेगी और उन्हें आज नेट सत्र में अच्छी तरह देखना होगा कि कौन अंतिम एकादश में उसकी जगह लेगा.
उन्होंने कहा : इसका काफी असर पड़ेगा. मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले मैच में उसके तीन ओवर शानदार थे, जिन्होंने रन गति पर लगाम लगा दी थी और हमें मैच में वापसी करायी. शास्त्री ने कहा : पहले चार ओवर के बाद जब ऑस्ट्रेलिया ने बिना विकेट गंवाये 53 रन बना लिये थे, तो यह मुकाबला ही नहीं था. एक समय लग रहा था कि भारत को 200 या इससे ज्यादा का लक्ष्य मिलेगा, जिसे उस पिच पर हासिल करना बहुत मुश्किल होता.
शास्त्री ने युवराज की चोट को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा : उसकी कमी खलेगी. यह दुर्भाग्यपूर्ण चोट थी, जो मैच के दौरान रन लेने के लिए हुई. मुझे लगा था कि टखने में मामूली चोट है. हमें उसकी कमी खलेगी. उन्होंने कहा : हमने अभी युवराज की जगह अंतिम एकादश में शामिल करने के लिए खिलाड़ी का फैसला नहीं किया है.
मनीष पांडे कल टीम से जुड़े थे. हम नेट पर अच्छी तरह देखेंगे और कल के मैच के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प देखेंगे. हां, हमें युवराज के उन ओवरों को दिमाग में रखना होगा. आइसीसी की तकनीकी समिति ने युवराज की जगह मनीष पांडे को टीम में शामिल करने की अनुमति दे दी है. शास्त्री ने कहा कि उन्होंने टूर्नामेंट से पहले ही कहा था कि डेरेन सैमी की अगुवाई वाली वेस्टइंडीज टीम क्रिस गेल के साथ खतरनाक टीम होगी.
उन्होंने कहा : मैंने इस टूर्नामेंट के शुरू में ही कहा था. इस प्रारुप में उनकी टीम शायद सबसे ज्यादा खतरनाक टीमों में से एक है. उनके पास विस्फोटक खिलाड़ी, मैच विजेता हैं. हम जानते हैं कि हम किसके खिलाफ हैं और इसके लिए हम तैयार भी हैं. यह हमारे लिए नॉकआउट मैच नहीं है. नॉकआउट पिछला मैच था, जो क्वार्टरफाइनल था. यह सेमीफाइनल है. गेल के बड़े मौकों पर अच्छा करने के दावे के बारे में शास्त्री ने जवाब दिया : लाइये. हमारे सारे गेंदबाज उसको (गेल को) निशाना बनायेंगे.