आईपीएल को निशाना बनाया जा रहा है, मैचों को शिफ्ट करना आसान नहीं : बीसीसीआई

नयी दिल्ली : महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति के कारण बंबई उच्च न्यायालय के आईपीएल के 13 मैचों को स्थानान्तरित करने के आदेश से सकते में आये बीसीसीआई ने आज कहा कि इस धनाढ्य लीग को बेवजह निशाना बनाया गया है और टूर्नामेंट के बीच में मैचों का किसी दूसरे स्थान पर आयोजन आसान नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2016 7:57 PM

नयी दिल्ली : महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति के कारण बंबई उच्च न्यायालय के आईपीएल के 13 मैचों को स्थानान्तरित करने के आदेश से सकते में आये बीसीसीआई ने आज कहा कि इस धनाढ्य लीग को बेवजह निशाना बनाया गया है और टूर्नामेंट के बीच में मैचों का किसी दूसरे स्थान पर आयोजन आसान नहीं होगा.

बंबई उच्च न्यायालय ने आज बीसीसीआई से महाराष्ट्र से 30 अप्रैल के बाद होने वाले आईपीएल मैचों को स्थानांतरित करने के लिये कहा क्योंकि यह राज्य पानी के गंभीर संकट से जूझ रहा है. महाराष्ट्र में मुंबई, पुणे और नागपुर तीन स्थानों पर आईपीएल मैच होने हैं. राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स और मुंबई इंडियन्स के घरेलू मैच महाराष्ट्र में होने थे. वहां 30 अप्रैल के बाद 13 मैचों का आयोजन होना है जिनमें मुंबई में होने वाला फाइनल भी शामिल है. आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा, ‘‘आईपीएल का आयोजन विशाल स्तर पर होता है.

सभी तैयारियां पूरी हो गयी हैं. अब मैचों को स्थानांतरित करना मुश्किल होगा. ” उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक हमारे पास लिखित आदेश नहीं है. जब हमें यह मिल जाएगा तो हम वैकल्पिक योजना पर काम करेंगे. हम हमेशा अदालत का सम्मान करते हैं. हमें अन्य फ्रेंचाइजी से बात करने की जरुरत है. महाराष्ट्र में होने वाले 19 में से 13 मैच स्थानांतरित किये जाएंगे और हमें इस पर काम करना होगा. ”

बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि लीग को लेकर नकारात्मकता पैदा करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘हम पीने के पानी का उपयोग नहीं कर रहे हैं. हमने कहा था कि हम केवल सीवेज के स्वच्छ किये गये पानी का उपयोग करेंगे. पंचतारा होटलों के कितने स्विमिंग पूल बंद किये गये हैं. क्या लोगों ने अपने बगीचों में पानी देना बंद कर दिया है. ”

ठाकुर ने कहा, ‘‘आजकल हर किसी मसले पर नकारात्मकता पैदा करने के प्रयास किये जा रहे हैं. आईपीएल 0.00038 प्रतिशत पानी का उपयोग करता है जिससे पता चलता है कि जरुरत बहुत ज्यादा नहीं है. ” बीसीसीआई ने मुख्यमंत्री सूखा राहत कोष में योगदान देने की पेशकश की थी. शुक्ला ने कहा कि बोर्ड इससे अधिक कुछ नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘सबसे मुख्य समस्या किसानों को पानी देना है जिसका हम समाधान ढूंढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. हम पानी देना चाहते थे. हम मुख्यमंत्री राहत कोष में अपना योगदान देना चाहते थे. ”

शुक्ला ने कहा, ‘‘यदि मैच स्थानान्तरित किये जाएंगे तो उन्हें कहां आयोजित किया जाएगा और कैसे उनका स्थानान्तरण होगा, ये सभी मसले इससे जुडे हुए हैं. इससे पहले विश्व टी20 के 24 मैचों को लेकर किसी ने भी कोई चिंता नहीं जतायी थी. ” उन्होंने कहा, ‘‘छह महीने तक किसी भी यह मसला नहीं उठाया. जो भी जरुरत होती है हम उसे पूरा करने के लिये तैयार थे. इसके साथ ही मैं यह भी साफ करना चाहता हूं कि महाराष्ट्र में कई अन्य खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं जिनके लिये पानी की जरुरत पड़ती है और उन्हें भी मदद करनी चाहिए. ”

शुक्ला ने कहा कि यहां तक कि चीनी मिलों और गोल्फ कोर्स को भी पानी के अपने उपयोग को बंद करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘केवल चीनी मिले ही नहीं निर्माण कार्य भी बंद कर देना चाहिए. सभी गोल्फ कोर्स में बड़ी मात्रा में पानी की जरुरत पड़ती है और इन गोल्फ कोर्स के खिलाफ कुछ भी नहीं किया जा रहा है. ” किंग्स इलेवन पंजाब के सह मालिक नेस वाडिया ने कहा कि उन्हें खुशी है कि महाराष्ट्र के सूखा प्रभावित क्षेत्र के लोगों की भावनाओं की कद्र की गयी. उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र सूखा ग्रस्त है. यह गंभीर मसला है. मुझे खुशी है कि हमने महाराष्ट्र के अपने बंधुओं का ख्याल रखा. मैं भी मुंबई का रहने वाला हूं.”

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