विवाद खड़ा करने के लिए क्रिकेट बन गया है आसान निशाना : गावस्कर
नयी दिल्ली : सूखाग्रस्त महाराष्ट्र से आईपीएल के 13 मैचों को स्थानांतरित करने के बंबई उच्च न्यायालय के आदेश से हैरान पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर और राहुल द्रविड़ ने कहा कि विवाद पैदा करने के लिए क्रिकेट ‘आसान निशाना’ बन गया है. अदालत ने महाराष्ट्र में पानी के भारी संकट को देखते हुए 30 […]
नयी दिल्ली : सूखाग्रस्त महाराष्ट्र से आईपीएल के 13 मैचों को स्थानांतरित करने के बंबई उच्च न्यायालय के आदेश से हैरान पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर और राहुल द्रविड़ ने कहा कि विवाद पैदा करने के लिए क्रिकेट ‘आसान निशाना’ बन गया है. अदालत ने महाराष्ट्र में पानी के भारी संकट को देखते हुए 30 अप्रैल के बाद होने वाले आईपीएल मैचों को राज्य से बाहर आयोजित करने के लिए कहा है.
द्रविड़ ने एनडीटीवी से कहा, ‘‘यह गंभीर मसला है और इतने अधिक लोगों का पानी की कमी के कारण जान गंवाना गंभीर है लेकिन इससे आईपीएल को जोड़कर इसका महत्व कम करना होगा. सूखा कैसे क्रिकेट की तरह महत्वपूर्ण हो सकता है. यदि आईपीएल के नहीं होने से पहले समस्या सुलझ जाएगी तो हमें क्रिकेट खेलना बंद कर देना चाहिए. ” गावस्कर ने भी उनकी हां में हां मिलाते हुए कहा कि विवाद पैदा करने के लिए खेलों को निशाना बनाया जाता है.
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले आठ दस वर्षों से क्या हो रहा है. आईपीएल के दौरान या उससे पहले किसी तरह का विवाद पैदा कर दिया जाता है. यह आसान निशाना है या नहीं, हां यह आसान निशाना है. ” गावस्कर ने कहा कि पानी का संकट, जिसके कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं, गंभीर मसला है लेकिन इसे क्रिकेट के साथ नहीं मिलाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘किसानों की जिंदगी प्राथमिकता होनी चाहिए. जो लोग हमारे लिए रोटी का प्रबंध करते हैं आप उनको महत्वहीन नहीं कर सकते. यह सबसे बडी प्राथमिकता है. ”
बागवानी और तैराकी को लेकर क्या किया जा रहा है. केवल क्रिकेट को निशाना बनाया गया है. केवल यही नहीं जब कुछ राजनीतिक होता है तो क्रिकेट को निशाना बना दिया जाता है. जब किसी देश के साथ संबंध की बात आती है तो तब भी क्रिकेट पर बात होती है. ” गावस्कर ने कहा कि जल संरक्षण के लिए लंबी अवधि की योजना की जरुरत होती है. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो तीन वर्षों में कम से कम बारिश हुई. राष्ट्रीय सरकार को सोचना है कि इस समस्या का समाधान कैसे किया जाये. हर तरफ इस तरह की समस्या है और विश्व भर में बढ़ते तापमान के कारण यह और बढ़ेगी.