दूसरा क्वालीफायर और एलिमिनेटर कोलकाता में कराने का प्रस्ताव रखा गया है. आज की बैठक में दोनों प्रभावित टीमों को घरेलू मैदान चुनने के लिये रायपुर, जयपुर, विशाखापत्तनम और कानपुर के विकल्प दिये गए. पुणे ने विशाखापत्तनम को चुना जबकि मुंबई इंडियंस ने दो दिन का समय मांगा है. शुक्ला ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा ,‘‘ हम संचालन परिषद के सामने प्रस्ताव रखेंगे कि फाइनल और पहला क्वालीफायर बेंगलूरु में हो जबकि दूसरा क्वालीफायर और एलिमिनेटर कोलकाता में कराया जाये.’
ज्ञात हो महाराष्ट्र में सूखे की समस्या को देखते हुए बंबई हाईकोर्ट ने आईपीएल के फाइनल सहित 13 मैच को स्थानान्तरित करने का आदेश सुनाया. कोर्ट के फैसला आने के बाद से बीसीसीआई में आईपीएल को लेकर परेशानी बढ़ गयी. हालांकि आदेश आने के बाद से पूर्व क्रिकेटरों ने कोर्ट फैसले पर निराशा जाहिर की है.
शुक्ला ने कहा ,‘‘फ्रेंचाइजी से बात करने के बाद हमने उन्हें चार विकल्प दिये जो रायपुर, जयपुर, कानपुर और विशाखापत्तनम हैं. मुंबई इंडियंस ने परसो तक का समय मांगा है. पुणे ने विशाखापत्तनम चुना है. हम पुणे टीम का प्रस्ताव संचालन परिषद के सामने रखेंगे.’ यह संकट तब पैदा हुआ जब दोनों फ्रेंचाइजी द्वारा मुख्यमंत्री सूखा राहत कोष में पांच-पांच करोड़ रुपये देने की पेशकश के बावजूद अदालत ने 30 अप्रैल के बाद के आईपीएल मैच महाराष्ट्र से स्थानांतरित करने के आदेश दिये.
शुक्ला ने कहा ,‘‘ जहां तक पांच करोड रुपये देने का सवाल है तो यह अदालत के निर्देश के अनुसार होगा. टीमों को इस पर लिखित आदेश मिलना चाहिये.’ शुक्ला ने कहा कि बीसीसीआई अदालत से एक मई को मुंबई और पुणे का मैच पुणे में कराने की अनुमति देने की अपील करेगी क्योंकि मेजबान टीम 29 अप्रैल को शहर में एक मैच खेलेगी.
राजस्थान क्रिकेट संघ को गुटबाजी के कारण प्रतिबंधित किया गया है लेकिन शुक्ला ने कहा कि यह वेन्यू आईपीएल मैचों के लिये उपलब्ध है क्योंकि इसकी मेजबानी की पेशकश राज्य सरकार ने की है. उन्होंने कहा ,‘‘ यह प्रस्ताव सरकार की ओर से आया है और वे खेल परिषद के प्रमुख हैं. स्टेडियम सरकार का है लिहाजा जो भी होगा , सरकार के मार्फत होगा. ये सिर्फ प्रस्ताव हैं जो संचालन परिषद के सामने रखे जायेंगे.’
बीसीसीआई ने बुधवार को अदालत के फैसले पर कडी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि टूर्नामेंट के बीच में मैचों को स्थानांतरित करना संभव नहीं होगा. मुंबई, पुणे और नागपुर में आईपीएल के मैच होने थे लेकिन एक जनहित याचिका में आरोप लगाया गया कि पिचों के रखरखाव के लिये पानी का दुरुपयोग होगा. बीसीसीआई ने कहा था कि वह मैदान के रखरखाव के लिये पेयजल का इस्तेमाल नहीं कर रहा है और सूखाग्रस्त इलाकों में जलापूर्ति की भी पेशकश की थी.
शुक्ला ने कहा कि बोर्ड इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकता था. वहीं किंग्स इलेवन पंजाब टीम के सह मालिक नेस वाडिया ने अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा था कि उन्हें खुशी है कि महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाकों के लोगों की संवेदनाओं को ध्यान में रखा गया है.
बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा था कि यह लीग को लेकर नकारात्मकता फैलाने का प्रयास है. उन्होंने कहा ,‘‘ हम पेयजल का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. हमने कहा था कि हम सीवेज के पानी का इस्तेमाल करेंगे जिसे साफ किया गया है. कितने फाइव स्टार होटलों ने अपने स्वीमिंग पूल बंद किये हैं. क्या लोगों ने अपने लॉन में पानी देना बंद कर दिया है.’