नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने आज कहा कि उन्हें भारतीय ओलंपिक संघ के अभिनेता सलमान खान को रियो ओलंपिक के लिए भारतीय दल का सद्भावना दूत नियुक्त करने में कुछ गलत नजर नहीं आता.गावस्कर ने इस दौरान आईपीएल का उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे बालीवुड सितारों से जुडकर इसे ‘फायदा’ हुआ.
गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा, ‘‘ऐसा जाना माना चेहरा क्यों नहीं जो उस विशेष पेशे का हिस्सा नहीं है. अगर वह उस विशिष्ट पेशे में अधिक जागरुकता ला सकता है तो फिर क्यों नहीं.” उन्होंने कहा, ‘‘बालीवुड सितारों के शामिल होने से आईपीएल को कैसे फायदा पहुंचा. इससे दर्शकों को स्टेडियम में लाने में काफी मदद मिली.
अंतत: मुख्य रूप से जिस तरह का क्रिकेट खेला गया उसने आईपीएल का भविष्य तय किया लेकिन शाहरुख खान, प्रीति जिंटा के मैदान पर होने से काफी लोग उन्हें देखने को आते है जो फायदे की स्थिति है.” स्टार पहलवान योगेश्वर दत्त और महान फर्राटा धावक रहे मिल्खा सिंह ने सलमान की नियुक्ति की आलोचना की है.
यह पूछने पर कि खिलाडियों को अपने प्रचार के लिए बालीवुड सितारों की जरुरत क्यों है, गावस्कर ने कहा, ‘‘आप मुझे ऐसे खिलाडी का नाम बताइये जिसे पूरे देश में सलमान से अधिक पहचाना जाता है या देश के बाहर. मुझे ऐसा नहीं लगता. शायद उनमें से सिर्फ कुछ लोग. ओलंपिक खेल काफी देशों में खेले जाते हैं जहां भारतीय खिलाडियों को शायद अच्छी तरह पहचाना नहीं जाता लेकिन भारतीय फिल्में पूरी दुनिया में दिखाई जाती हैं. ” इस बीच एक अन्य भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने सलमान की नियुक्ति का विरोध किया.
गंभीर ने कहा, ‘‘देश में असली खिलाडियों की कोई कमी नहीं है. इस देश के लोगों ने बडी चीजें की हैं. अभिनव बिंद्रा या किसी और को अगर सद्भावना दूत बनाया जाता तो मुझे अधिक खुशी होती.” उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए निजी तौर पर बिंद्रा आदर्श पसंद होता क्योंकि वह भारत का एकमात्र व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता है.”