डेयरडेविल्स को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ वापसी की उम्मीद

मोहाली : पुणे सुपरजाइंट्स के खिलाफ खराब प्रदर्शन के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स कल यहां तालिका में निचले पायदान पर काबिज किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग मुकाबले के जरिये फिर से जीत की राह पर वापसी की कोशिश करेगी. तीन खराब सत्र के बाद डेयरडेविल्स ने मेंटर राहुल द्रविड और कप्तान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 6, 2016 3:26 PM

मोहाली : पुणे सुपरजाइंट्स के खिलाफ खराब प्रदर्शन के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स कल यहां तालिका में निचले पायदान पर काबिज किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग मुकाबले के जरिये फिर से जीत की राह पर वापसी की कोशिश करेगी. तीन खराब सत्र के बाद डेयरडेविल्स ने मेंटर राहुल द्रविड और कप्तान जहीर खान की अगुवाई में अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया था, टीम ने अपने आठ में से पांच मैचों में जीत दर्ज की और तालिका में तीसरे स्थान पर बनी हुई है.

हालांकि टीम में किसी का प्रदर्शन इतना शानदार नहीं है लेकिन ज्यादातर खिलाड़ियों ने टीम की पांच जीत में अपना अपना योगदान दिया और दिखा दिया कि द्रविड के खिलाड़ी निश्चित रूप से किसी भी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं हैं. टीम के तीन भारतीय खिलाडी लेग स्पिनर अमित मिश्रा, विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन और शीर्ष क्रम के खिलाड़ी करुण नायर ने सभी आठ मैचों में अपनी अपनी भूमिका में अच्छी शुरुआत करायी है और ये तीनों अंतिम एकादश में कायम रहे हैं, वर्ना सभी खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में अभी तक आराम दिया गया या फिर उनकी जगह किसी और को शामिल किया गया.

दिल्ली के लिए हालांकि सबसे बड़ा सवाल यही होगा कि वे अपने 8.5 करोड़ रुपये में खरीदे गये पवन नेगी को कहां फिट करेंगे. हर साल जीएमआर की फ्रेंचाइजी ने एक ऐसा खिलाड़ी चुना है जो बाद में उसके लिए उपयोगी साबित नहीं हुआ है. नेगी ने छह पारियों में 51 रन बनाये और छह मैचों में छह ओवर में बिना विकेट लिये 65 रन लुटाये, जिससे सभी ने उनके चयन पर सवाल उठाये हैं. कागज पर डेयरडेविल्स किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ प्रबल दावेदार हैं क्योंकि विपक्षी टीम ने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ किसी भी तरह का जुझारु प्रदर्शन नहीं किया है और उचित रणनीति नहीं बनायी है.

इसके अलावा वे गलतियां बार- बार दोहरा रहे हैं और उन्होंने इसी मुहिम के तहत डेविड मिलर को कप्तानी से भी हटा दिया तथा इस फैसले ने टीम का भाग्य बदलने में ज्यादा अहम भूमिका अदा नहीं की. डेयरडेविल्स के लिये हालांकि सकारात्मक चीज यही है कि वे अपनी बेसिक्स पर अडिग रहे हैं और पांच जीत में यह साबित भी हुआ है. दिल्ली हालांकि उम्मीद करेगी कि जहीर जल्द ही वापसी करें क्योंकि कई मैचों में अंतिम ओवरों में उन्होंने प्रभावित किया और कुछ शुरुआती विकेट भी हासिल किये.

लेकिन उनकी बेहतरीन कप्तानी और गेंदबाजी मेंटर की भूमिका पिछले मैच में दिखायी नहीं दी. एक अन्य खिलाडी जिसकी बल्लेबाजी में कमी दिखी, वो क्विंटन डि काक थे जो लगातार रन जुटा रहे हैं. लेकिन उन्हें जरुरी आराम दिया गया है ताकि वे व्यस्त कार्यक्रम से उबर सकें. युवा सैमसन और रिषभ पंत को प्रभाव डालने के लिये बडी पारियां खेलने की जरुरत है.

टीम इस प्रकार हैं: दिल्ली डेयरडेविल्स: जहीर खान (कप्तान), मयंक अग्रवाल, खलील अहमद, सैम बिलिंग्स, कार्लोस ब्रैथवेट, नाथन कोल्टर नील, क्विंटन डि कॉक, जेपी डुमिनी, अखिल हरवार्डकर, इमरान ताहिर, श्रेयस अय्यर, मनीपाल लैमरोर, चामा मिलिंद, अमित मिश्रा, मोहम्मद शमी, क्रिस मौरिस, शाहबाज नदीम, करुण नायर, पवन नेगी, रिषभ पंत, प्रत्युष सिंह, संजू सैमसन, पवन सुयाल, जयंत यादव.
किंग्स इलेवन पंजाब : मुरली विजय (कप्तान), हाशिम अमला, मार्कस स्टोइनिस, ग्लेन मैक्सवेल, गुरकीरत सिंह, डेविड मिलर, रिद्धिमान साहा, अक्षर पटेल, मोहित शर्मा, केसी करियप्पा, संदीप शर्मा, अनुरीत सिंह, अरमान जाफर, कायल एबोट, फरहान बेहारडियन, रिषि धवन, मिशेल जानसन, निखिल नायक, प्रदीप साहू, स्वप्निल सिंह, शरदुल ठाकुर और मनन वोहरा.

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