क्या हमेशा के लिए बंद हो गया अफरीदी के लिए पाकिस्तान क्रिकेट का द्वार ?
नयी दिल्ली : पाकिस्तान क्रिकेट टीम के महान ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी अपने आक्रामक क्रिकेट के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं. अफरीदी के नाम क्रिकेट में कई बड़े रिकार्ड हैं. कई सालों तक उनके नाम सबसे तेज वनडे शतक का रिकार्ड रहा. अफरीदी का बल्ला अगर चल जाता है तो वो किसी भी गेंदबाज […]
नयी दिल्ली : पाकिस्तान क्रिकेट टीम के महान ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी अपने आक्रामक क्रिकेट के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं. अफरीदी के नाम क्रिकेट में कई बड़े रिकार्ड हैं. कई सालों तक उनके नाम सबसे तेज वनडे शतक का रिकार्ड रहा. अफरीदी का बल्ला अगर चल जाता है तो वो किसी भी गेंदबाज की लाइन लेंथ को बिगाड़ देता है. इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि विश्व क्रिकेट में अफरीदी के समान दूसरा कोई भी ऑलराउंडर नहीं हुआ है.
लेकिन हर खिलाड़ी का अपना एक समय होता है. एक समय के बाद कई महान खिलाडियों को अपने फॉर्म को लेकर जुझते हुए हम सबने जरूर देखा है. अब बारी अफरीदी की है. इन दिनों अफरीदी के सितारे गर्दिश पर हैं. वो अगर सोना को छूने की कोशिश करते हैं तो राख में बदल जाता है. कहने का मतलब है कि अफरीदी का फॉर्म इन दिनों काफी खराब चल रहा है.
अफरीदी इन दिनों केवल एक बल्लेबाज के रूप में ही नहीं, एक गेंदबाज के रूप में ही नहीं, एक ऑलराउंडर के रूप में ही नहीं, बल्कि एक कप्तान के रूप में भी असफल हो चुके हैं. मौजूदा आईसीसी टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान क्रिकेट टीम की अगुआई करते हुए शाहिद अफरीदी को काफी फजीहत का सामना करना पड़ा. टीम की शर्मनाक हार के बाद उन्हें न केवल टीम से हटाया गया, बल्कि उन्हें कप्तानी से भी हाथ धोना पड़ा. टीम की शर्मनाक हार के लिए उन्हें देश के क्रिकेट प्रेमियों से माफी भी मांगनी पड़ी.
अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट से संन्यास ले चुके अफरीदी पर अब टी-20 क्रिकेट से भी संन्यास ले लेने का दबाव बढ़ता जा रहा है. टी-20 विश्व कप में भारत के हाथों शर्मनाक हार के बाद अफरीदी पर चारों ओर से हमला किया जा रहा है. पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कई पूर्व क्रिकेटरों ने तो उन्हें साफ तौर पर सलाह दे डाली है कि अब उनकी उम्र हो चुकी है, उन्हें क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए.
इतनी फजीहत के बाद भी अफरीदी अपने फैसले को लेकर अड़े हुए हैं. अफरीदी को लगता है कि वो अब भी अपने देश के लिए क्रिकेट खेल सकते हैं. लेकिन इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें टीम में शामिल नहीं करके पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने साफ कर दिया है कि अब उनके लिए टीम में वापसी करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. हालांकि इंग्लैंड दौरे पर अफरीदी को न चुने जाने पर बोर्ड ने साफ किया है कि उन्हें आराम दिया गया है. लेकिन लगातार क्रिकेट से सन्यास का दबाव और टीम से बाहर किये जाने के बाद क्रिकेट जगत में चर्चा होने लगी है कि कहीं अब बूम-बूम अफरीदी के लिए हमेशा के लिए तो नहीं पाकिस्तान क्रिकेट का द्वार बंद हो चुका है.