कोलकाता : यूसुफ पठान और मनीष पांडे की धुआंधार पारियों और सुनील नारायण की अगुवाई में स्पिनरों के अच्छे प्रदर्शन से कोलकाता नाइटराइडर्स ने आज यहां ईडन गार्डन्स पर सनराइजर्स हैदराबाद को 22 रन से हराकर शान से आईपीएल नौ के प्लेआफ में प्रवेश किया.
टास गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिये उतरे केकेआर का स्कोर एक समय तीन विकेट पर 57 रन था जिसके बाद पठान (34 गेंदों पर 52 रन) और पांडे (30 गेंदों पर 48 रन) ने चौथे विकेट के लिये 87 रन की साझेदारी की. एक समय लग रहा था कि केकेआर 200 रन के करीब पहुंचने में सफल रहेगा लेकिन सनराइजर्स के गेंदबाजों ने अच्छी वापसी की और आखिरी पांच ओवरों में केवल 30 रन दिये जिससे केकेआर आखिर में छह विकेट पर 171 रन तक ही पहुंच पाया. लेकिन स्पिनरों की मददगार पिच पर सनराइजर्स के लिये यह स्कोर भी पहाड जैसा बन गया.
सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (30 गेंदों पर 51 रन) ने शुरू में अपनी तरफ से पूरे प्रयास किये लेकिन उनके आउट होने के बाद नियमित अंतराल में विकेट गिरे और सनराइजर्स आखिर में आठ विकेट पर 149 रन तक ही पहुंच पाया. नारायण ने 26 रन देकर तीन विकेट लिये.
कुलदीप यादव ने दो जबकि शाकिब अल हसन और अंकित राजपूत ने एक एक विकेट हासिल किया. इस जीत से केकेआर ने 16 अंकों के साथ लीग चरण का अपना अभियान समाप्त किया. उसकी जीत से मुंबई इंडियन्स की अगर मगर के जरिये प्लेआफ में पहुंचने की उम्मीदों पर भी विराम लग गया. सनराइजर्स पहले ही प्लेआफ में जगह सुरक्षित कर चुका था.
सनराइजर्स ने कप्तान डेविड वार्नर (18) का विकेट जल्दी गंवा दिया जिन्हें सुनील नारायण ने खूबसूरती से गच्चा देकर बोल्ड किया. धवन को हालांकि स्पिनरों को खेलने में ज्यादा दिक्कत नहीं हुई. उन्होंने शाकिब अल हसन और नारायण दोनों पर छक्के लगाये और जब बदलाव के तौर पर जैसन होल्डर को लाया गया तो उनका भी छक्के से स्वागत किया.
धवन ने शाकिब की गेंद लेग साइड पर चार रन के लिये मोडकर 28 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव की गेंद पर लंबा शाट खेलने के प्रयास में वह मिडविकेट पर कैच दे बैठे. उन्होंने नमन ओझा (25 गेंदों पर 15 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिये 58 रन जोड़े. ओझा हालांकि रन बनाने के लिये जूझते रहे और आखिर में नारायण की गेंद हवा में लहराकर पवेलियन लौटे.
स्पिनरों पर रन बनाना आसान नहीं था लेकिन सनराइजर्स की उम्मीद युवराज सिंह (19) पर टिकी थी. उन्होंने कुलदीप पर लगातार दो छक्के लगाकर सनराइजर्स की टीम में उत्साह भरा लेकिन शाकिब के अगले ओवर में छक्का जडने के प्रयास में वह कैच दे बैठे. दीपक हुड्डा (दो) और केन विलियमसन (सात) के तीन गेंद के अंदर आउट होने से सनराइजर्स की लक्ष्य तक पहुंचने की उम्मीदें समाप्त हो गयी.
इससे पहले रोबिन उथप्पा (17 गेंदों पर 25 रन) शुरू से ही गेंदबाजों पर हावी होने के मूड में थे और भुवनेश्वर कुमार (31 रन देकर दो विकेट) के पहले ओवर में ही तीन चौके लगाकर उन्होंने अपने इरादे भी जतला दिये थे. वह हालांकि अपनी पारी लंबी नहीं खींच पाये. उन्होंने दूसरे छोर से गेंदबाजी करने वाले बरिंदर सरां पर लंबा शाट खेलने के प्रयास में गेंद हवा में लहरा दी और केन विलियमसन ने उसे कैच करने में गलती नहीं की.
पिच के मिजाज को देखते हुए वार्नर ने पावरप्ले में ही कामचलाउ स्पिनर विलियमसन को गेंद थमायी और फिर एक अन्य आफ स्पिनर दीपक हुड्डा (16 रन देकर दो विकेट) को आक्रमण पर लगाया. हुड्डा ने अपने पहले ओवर में कोलिन मुनरो (10) को विकेट के पीछे कैच कराया और फिर अगले ओवर में कप्तान गौतम गंभीर (16) को लांग आफ पर कैच देने के लिये मजबूर किया जो अपनी 15 गेंद की पारी के दौरान संघर्ष करते ही नजर आये.
सनराइजर्स के मुख्य स्पिनर कर्ण शर्मा (तीन ओवर में 39 रन) हालांकि प्रभावित नहीं कर पाये. पांडे ने उन पर मिडविकेट पर लगातार दो छक्के लगाकर अपनी पारी की शुरुआत की. यह लेग स्पिनर जब अपने दूसरे स्पेल के लिये आया तो पठान ने भी उनकी दो गेंदों पर छक्के जड़े. इन दोनों ने केकेआर को बड़े स्कोर की तरफ बढ़ा दिया क्योंकि 15 ओवर के बाद स्कोर तीन विकेट पर 141 रन था. इसके बाद सनराइजर्स ने अच्छी वापसी की.
पांडे अर्धशतक पूरा नहीं कर पाये. उनके गलत टाइमिंग से लगाये गये शाट को विलियमसन ने बैकवर्ड प्वाइंट पर बडी खूबसूरती से कैच में बदला. उन्होंने दो चौके और तीन छक्के लगाये. अपने तुरुप के इक्के मुस्तफिजुर रहमान को वार्नर ने आखिर के दस ओवरों के लिये सुरक्षित रखा था और उन्होंने चार ओवर में 32 रन देकर एक विकेट भी लिया.
पठान ने 30 गेंदों पर टी20 में अपना 19वां अर्धशतक पूरा किया, लेकिन आखिर के पांच ओवरों में वह भी कुछ खास नहीं कर पाये. मुस्तफिजुर ने हमेशा की तरह खुद को डेथ ओवरों का अच्छा गेंदबाज साबित किया जबकि भुवनेश्वर की आफकटर को खेलना बल्लेबाजों के लिये आसान नहीं रहा.