बाकी टीम से तीन गुणा अधिक मैच खेले हैं धौनी ने
नयी दिल्ली : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने अब तक 272 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं लेकिन वह जिम्बाब्वे के आगामी दौरे में जिस 16 सदस्यीय टीम की अगुवाई करेंगे उसके बाकी सदस्यों को केवल 83 वनडे खेलने का अनुभव है. राष्ट्रीय चयनसमिति ने आज युवा खिलाडियों को जिम्बाब्वे के दौरे के लिये चुना […]
नयी दिल्ली : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने अब तक 272 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं लेकिन वह जिम्बाब्वे के आगामी दौरे में जिस 16 सदस्यीय टीम की अगुवाई करेंगे उसके बाकी सदस्यों को केवल 83 वनडे खेलने का अनुभव है.
राष्ट्रीय चयनसमिति ने आज युवा खिलाडियों को जिम्बाब्वे के दौरे के लिये चुना है जिसमें भारतीय टीम तीन वनडे और दो टी20 मैच खेलेगी. टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके धौनी के पास इसके बाद इस साल को अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका नहीं रहेगा और इसलिए उन्होंने इस दौरे पर जाने का फैसला किया. धौनी ने पूरी टीम से तीन गुणा से भी अधिक मैच खेले हैं.
असल में आलम यह है कि धौनी सहित केवल तीन खिलाड़ी ही ऐसे हैं जिन्हें दस से अधिक वनडे खेलने का अनुभव है जबकि छह खिलाडियों को एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अभी पदार्पण करना है. इनमें केएल राहुल भी शामिल हैं जिन्हें पांच टेस्ट मैच खेलने का अनुभव है. राहुल के अलावा फैज फजल, करुण नायर, जयंत यादव, मनदीप सिंह और यजुवेंद्र चाहल को अभी वनडे में पदार्पण करना है.
धौनी के बाद अंबाती रायुडु टीम में दूसरे सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं. उन्होंने 31 वनडे में 952 रन बनाये हैं. अक्षर पटेल को 22 वनडे खेलने का अनुभव है जिनमें उनके नाम पर 91 रन और 28 विकेट दर्ज हैं. इन दोनों के अलावा धवल कुलकर्णी ने आठ, जयदेव उनादकट ने सात मनीष पांडे और केदार जाधव ने चार-चार, रिषि धवन और बरिंदर सरां ने तीन-तीन तथा जसप्रीत बुमराह ने एक वनडे खेला है.
उनादकट ने अपना आखिरी वनडे 2013 में खेला था जबकि जाधव को पिछले साल जिम्बाब्वे के खिलाफ ही हरारे में तीसरा मैच खेलने के बाद आगे कोई मौका नहीं मिला. जाधव ने उस मैच में नाबाद 105 रन बनाये थे. भारत ने इसके बाद हालांकि दस वनडे ही खेले.