अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिये मानसिक मजबूती की जरुरत : धवन

नयी दिल्ली : रिषि धवन को अब अहसास हो गया है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिये मानसिक तौर पर मजबूत होना बेहद जरुरी है और उन्हें विश्वास है कि वह जिम्बाब्वे के अगले महीने के दौरे से पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे की विफलताओं से उबरने में सफल रहेंगे. धवन ने इस आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2016 7:06 PM

नयी दिल्ली : रिषि धवन को अब अहसास हो गया है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिये मानसिक तौर पर मजबूत होना बेहद जरुरी है और उन्हें विश्वास है कि वह जिम्बाब्वे के अगले महीने के दौरे से पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे की विफलताओं से उबरने में सफल रहेंगे. धवन ने इस आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से केवल दो मैच खेले लेकिन इसके बाद बावजूद उन्हें जिम्बाब्वे में तीन वनडे और दो टी20 मैचों की श्रृंखला के लिये टीम में जगह मिल गयी. यह श्रृंखला 11 जून से शुरू होगी जिसमें युवा खिलाडियों को तरजीह दी गयी है.

धवन ने कहा, ‘‘मुझे आईपीएल में ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन मुझे टीम में चयन की उम्मीद थी. मैंने रणजी ट्राफी और विजय हजारे ट्राफी में अच्छा खेल दिखाया था और मुझे विश्वास था कि मुझे घरेलू क्रिकेट में इस अच्छे प्रदर्शन का इनाम मिलेगा. ” हिमाचल प्रदेश के इस ऑलराउंडर को यह समझने में ज्यादा समय नहीं लगा कि भारत की तरफ से खेलना पूरी तरह से अलग होता है.
धवन ने ऑस्ट्रेलिया में तीन वनडे मैच खेले. वह बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये जबकि गेंदबाजी में उन्होंने 25 ओवरों में 160 रन दिये. उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया के अनुभव ने मुझे काफी कुछ सिखाया. मैंने सीनियर खिलाडियों को नेट्स पर अभ्यास करते हुए देखकर ही काफी सीख ली.
कई अवसरों पर मैंने दबाव महसूस किया और उसके बाद मैंने खेल के मानसिक पक्ष पर भी ध्यान देना शुरू किया. ” मंडी के इस 26 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मुझे जो भी मौका मिला मैंने अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की और जिम्बाब्वे में भी मैं ऐसा करने का प्रयास करुंगा.”
धवन बल्लेबाजी में अपनी प्रगति से संतुष्ट हैं लेकिन उन्होंने हाल में अपनी तेजी पर काफी काम किया है. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो महीने से मैं अपनी गेंदबाजी पर काफी काम कर रहा हूं. मैंने अपनी तेजी बढ़ाने के लिये लगातार प्रयास किये हैं. मैंने ऑस्ट्रेलिया में भरत अरुण सर (गेंदबाजी कोच) से भी बात की जिससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा.
गेंद को स्विंग कराना मेरा मजबूत पक्ष है और उन्होंने मुझे सही क्षेत्र में गेंद कराने और लगातार ऐसा करने की सलाह दी. ” इस साल आईपीएल में अधिकतर मैचों में अंतिम एकादश में जगह नहीं बनाने के बारे में धवन ने कहा कि यह प्रबंधन का फैसला था. किंग्स इलेवन पंजाब के लगातार दूसरे साल सबसे निचले स्थान पर रहने के बारे में धवन ने कहा, ‘‘हम शुरू से ही सही संयोजन तैयार नहीं कर पाये. टी20 लय से जुड़ा हुआ है और हम लय हासिल करने में नाकाम रहे.
अपने आखिरी कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन कुल मिलाकर यह निराशाजनक रहा. ” उन्होंने बीसीसीआई के नव नियुक्त अध्यक्ष अनुराग ठाकुर की भी प्रशंसा की जो हिमाचल प्रदेश से ही हैं. धवन ने कहा, ‘‘वह पहले ही हिमाचल क्रिकेट के लिये काफी कुछ कर चुके हैं. हमारे पास राज्य में सभी तरह की सुविधाएं हैं और मुझे जूनियर खिलाडियों में काफी संभावना दिखती है. ”

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