शास्त्री, अरुण, बांगड टीम इंडिया के कोच पद के लिए भरेंगे आवेदन

नयी दिल्ली : भारतीय टीम के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री के अपने सहयोगी स्टाफ संजय बांगड, भरत अरुण और आर श्रीधर के साथ अगले कुछ दिनों में बीसीसीआई के राष्ट्रीय कोचिंग पद के लिये दोबारा आवेदन भरने को तैयार हैं. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि शास्त्री बल्लेबाजी कोच बांगड, गेंदबाजी कोच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2016 5:29 PM

नयी दिल्ली : भारतीय टीम के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री के अपने सहयोगी स्टाफ संजय बांगड, भरत अरुण और आर श्रीधर के साथ अगले कुछ दिनों में बीसीसीआई के राष्ट्रीय कोचिंग पद के लिये दोबारा आवेदन भरने को तैयार हैं. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि शास्त्री बल्लेबाजी कोच बांगड, गेंदबाजी कोच अरुण और क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर के साथ अपना आवेदन भेजेंगे.

इसकी जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘‘सभी तीनों कोच (अरुण, बांगड, श्रीधर) शास्त्री के साथ आवेदन भर रहे हैं क्योंकि उन्हें बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों से सकारात्मक संकेत मिले हैं. अब आवेदन का प्रारुप होगा तो प्रत्येक आवेदक को इन नियमों का पालन करना होगा. वे विज्ञापन के आने का इंतजार कर रहे हैं. ”
बीसीसीआई के सूत्र के अनुसार अनुराग ठाकुर के अध्यक्ष चुने जाने से कुछ दिन पहले सहयोगी स्टाफ ने दिल्ली में उनसे मुलाकात की थी और चर्चा सकारात्मक बतायी जा रही थी क्योंकि उन्होंने इनके काम की तारीफ की थी. सूत्र ने कहा, ‘‘बीसीसीआई अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि उचित सुपात्र आवेदन भर सकते हैं. साथ ही ठाकुर ने ‘टीम शास्त्री’ के पिछले 18 महीनों के कामकाज की प्रशंसा भी की थी. युवा टीम ने विदेशों में अच्छी सफलता भी हासिल की थी. यह उचित होगा कि उन्हें भी अन्य आवेदकों की तरह बराबरी का मौका मिले. ”
हाल में शास्त्री ने पीटीआई से बातचीत में कहा था कि भारतीय क्रिकेट के साथ करीब तीन दशक के जुडाव में भारतीय टीम की 18 महीने की कोचिंग का समय सबसे यादगार अनुभव था. यह पूछने पर कि कोच चुने जाने के मापदंड क्या होंगे तो सूत्र ने कहा कि उम्मीदवारों को दो तरीकों से देखा जायेगा. उन्होंने कहा, ‘‘लेवल तीन की डिग्री जिसमें सीनियर टीम की कोचिंग का अनुभव विशेषकर अंतरराष्ट्रीय टीमों के साथ या जिसने अपने देश के लिये कम से कम 50 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हों.
ऐसा इसलिये क्योंकि अगर हम कोचिंग डिग्री के साथ ही लोगों को आमंत्रित करेंगे तो काफी बेफालतू आवेदन आ जायेंगे. ” सूत्र ने कहा, ‘‘साथ ही अगर केवल कोचिंग डिग्री को ही मान्य रखा जायेगा तो शास्त्री के आवेदन पर विचार नहीं किया जा सकता जबकि उन्होंने भारत के लिये 80 टेस्ट मैच खेले हैं. ”

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