नयी दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि 10,000 टेस्ट रन बनाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बने एलिस्टेयर कुक दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के सर्वाधिक टेस्ट रन के रिकार्ड को चुनौती दे सकते हैं. कुक ने कल 10,000वां टेस्ट रन बनाया. उन्होंने सबसे कम उम्र में इस मुकाम पर पहुंचने के तेंदुलकर के रिकार्ड को तोड़ा.
कुक अभी 31 साल पांच महीने के हैं. दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाज तेंदुलकर ने टेस्ट मैचों में 15921 रन बनाये हैं. उन्होंने 2005 में 31 साल दस महीने और 20 दिन में अपना 10,000वां रन बनाया था. गावस्कर ने कहा, ‘‘इंग्लैंड से जुड़ा सबसे बड़ा फायदा यह है कि वे हमेशा एक वर्ष में औसतन 11-12 टेस्ट मैच खेलते हैं. यदि 11-12 मैचों में यदि आप प्रति टेस्ट 50 रन भी बनाते हो तो प्रत्येक साल 500 रन बना सकते हो. ‘
उन्होंने एनडीटीवी से कहा, ‘‘इसलिए अगले छह सात वर्षों में ऐसा दौर भी आ सकता है जबकि कुक शानदार फार्म में हो और एक वर्ष में 1000 रन बना दे. इससे निश्चित तौर पर उसके पास मौका रहेगा. उम्र उसके साथ है और वह बेहद फिट खिलाडियों में से एक है. वह अभी 32 साल का भी नहीं हुआ है और यदि वह छह से आठ साल तक खेलता है तो उसके पास रिकार्ड तोड़ने का मौका रहेगा. ‘
गावस्कर से पूछा गया कि क्या कुक की उपलब्धि इसलिए और महत्वपूर्ण है क्योंकि वह सलामी बल्लेबाज है तो उन्होंने हां में जवाब दिया. उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर ऐसा है क्योंकि शुरू में गेंद अधिक स्विंग करती है और कई बार पिचें भी जीवंत होती है. इसलिए आप अलग तरह की परिस्थितियों और पिचों पर खेल रहे होते हो.
इंग्लैंड में एक अच्छे प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खेलना बहुत मुश्किल होता है. इसलिए मेरा मानना है कि एलिस्टेयर कुक बहुत अधिक प्रशंसा का हकदार है. ‘ कुक इस क्लब में शामिल होने वाले 12वें बल्लेबाज हैं. उनसे पहले तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग, जाक कैलिस, राहुल द्रविड, कुमार संगकारा, ब्रायन लारा, शिवनारायण चंद्रपाल, माहेला जयवर्धने, एलन बोर्डर, स्टीव वा और गावस्कर ने यह उपलब्धि हासिल की थी.
गावस्कर से पूछा गया कि उन्हें इस क्लब में किस बल्लेबाज की कमी खलती है तो उन्होंने कहा, ‘‘मेरे दिमाग में सीधे सर गारफील्ड सोबर्स, सर विव रिचर्ड्स का नाम आया. जावेद मियादाद एक अन्य बल्लेबाज है. वह वहां तक पहुंच सकता था. यही बात इंजमाम उल हक पर लागू होती है. ‘