कोलकाता : ईडन गार्डंस क्लब क्रिकेट में गुलाबी गेंद से देश का पहले दिन-रात्रि मैच की मेजबानी के लिये तैयार है और सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और डीन जोंस के विशेषज्ञ पैनल को लगता है कि यह भविष्य में अपना दबदबा कायम करेगी. भारत के अक्तूबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रस्तावित पहले दिन-रात्रि टेस्ट की मेजबानी करने की कोशिश में ईडन गार्डंस गुलाबी कूकाबुरा गेंद से दूधिया रोशनी में चार दिवसीय सुपर लीग के फाइनल का आयोजन कर प्रयोग करेगा.
बीसीसीआई का अधिकारिक प्रसारक स्टार स्पोर्ट्स द्वारा 18 से 21 जून तक होने वाले मैच का सीधा प्रसारण किया जायेगा और गांगुली की अगुवाई वाला बंगाल क्रिकेट संघ इस प्रयोग को सफल बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जोंस ने एडिलेड ओवल में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच हुए पहले दिन-रात्रि टेस्ट की कमेंटरी की थी, उन्होंने कहा कि गुलाबी गेंद से क्रिकेट का खेल बराबरी का मुकाबला हो जायेगा. जोंस ने भारत के पहले गुलाबी गेंद से होने वाले मैच पर पैनल चर्चा के दौरान कहा, ‘‘पिछले दशक से बल्लेबाजों के लिये चीजें आसान हो गयी हैं लेकिन गुलाबी गेंद से यह मुकाबला बराबरी का होगा. इससे गेंद थोड़ी ज्यादा स्विंग होगी. ”
गांगुली को गुलाबी गेंद से खेलने का अनुभव है, जब उन्होंने कुछ साल पहले संयुक्त अरब अमीरात में एमसीसी का प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने कहा कि उन्हें गेंद देखने में कोई समस्या नहीं हुई. गांगुली ने वीरेंद्र सहवाग के चैम्पियन काउंटी मैच में गुलाबी गेंद से शतक जडने का उदाहरण देते हुए कहा, ‘‘गेंद अच्छी तरह दिख रही थी. यह लोगों को मैदान तक लाने के लिये है. ” उन्होंने कहा, ‘‘यह मार्केंटिंग हैं. गुलाबी गेंद आगे का कदम है. आपको लोगों को वापस मैदान पर लाने का तरीका ढूंढना होगा. हर चीज को थोड़ी प्रेरणा की जरुरत होती है. इसी तरह जब तक टी20-आईपीएल नहीं आया था तो किसी ने भी नहीं सोचा था कि यह इतना लोकप्रिय होगा. ”
लक्ष्मण ने कहा कि गुलाबी गेंद को भारत के शीर्ष स्पिनर जैसे आर अश्विन को दिया जाना चाहिए जिससे वह देखें कि यह कितनी टर्न लेती है. उन्होंने कहा, ‘‘अश्विन की एकमात्र चिंता गेंद की कोमलता होगी क्योंकि 50 ओवर के बाद यह अपना रंग खो देगी और मुलायम हो जायेगी, मैंने ऐसा ही सुना है. लेकिन गेंदबाज इसका रास्ता निकाल लेंगे. ”