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बोले धौनी, अपनी गलतियों से सीख लें युवा खिलाडी

हरारे : जिम्बाब्वे ने करिश्माई खेल की बदौलत भारत की मजबूत टीम को पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में शनिवार को दो रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. इस हा रके बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को उम्मीद है कि टीम के युवा खिलाडी इस हार से सबक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2016 1:54 PM

हरारे : जिम्बाब्वे ने करिश्माई खेल की बदौलत भारत की मजबूत टीम को पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में शनिवार को दो रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. इस हा रके बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को उम्मीद है कि टीम के युवा खिलाडी इस हार से सबक लेंगे और अपनी गलतियों से सीख लेंगे. युवा भारतीय टीम ने महत्वपूर्ण मौके पर अपने विकेट गंवा दिये जिससे मेहमान टीम कल यहां दो रन से हार गयी.

धौनी को उम्मीद है कि युवा खिलाडी कल यहां होने वाले दूसरे मैच में यही गलतियां नहीं दोहरायेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमने भले ही मैच गंवा दिया हो, जो निराशाजनक है, लेकिन युवाआंे के लिये यह सीख लेने का मौका है, बशर्ते वे इससे सीख लें. ” धौनी ने कहा, ‘‘आपको इसे गंभीरता से लेना होगा क्योंकि जब भी आप देश का प्रतिनिधित्व करते हो, जब भी आपको लगातार कुछ समय भारतीय टीम का हिस्सा होने का मौका मिलता है तो कुछ दबाव महसूस होता है. और ऐसे समय में इस तरह के दौरे उन्हें दबाव कम करने में सचमुच मदद करेंगे.” कप्तान खुद अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके जिससे भारतीय टीम अंतिम ओवर में आठ रन नहीं बना सकी जिसमें तेज गेंदबाज नेविले मादजिवा ने कसी गेंदबाजी की. उन्होंने कहा कि उन्हें इस मैच में जीत दिलाने का काम पूरा करना चाहिए थ लेकिन उन्हें अपने बल्लेबाजों से ज्यादा समझदारी की उम्मीद थी.

धौनी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। कारण यह है कि कुछ बल्लेबाज क्रीज पर अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और जमे हुए थे. जब आप लक्ष्य का पीछा कर रहे होते हो तो आपको इसे अंत तक ले जाना चाहिए और फिर शाट खेलने की कोशिश करनी चाहिए. इस मैच में इसी चीज की कमी थी.” दौरे के लिये दूसरे दर्जे की टीम चुनी गयी थी जिसमें सीनियर खिलाडी अनुपस्थित हैं और धोनी ने कहा कि उभरते हुए खिलाडियों को इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहिए. कप्तान ने कहा कि वह छठे नंबर पर खेले ताकि अन्य खिलाडियों को क्रीज पर समय बिताने का मौका मिले.

उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिये नहीं है. अगर मुझे उपर के क्रम में बल्लेबाजी करनी होती तो मैं इस टीम के लिये आसानी से चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कर सकता था। लेकिन इन युवाओं के लिये यह महत्वपूर्ण है कि वे इस नंबर पर बल्लेबाजी करें क्योंकि यह उनके लिये बढिया मौका है. मैं यहां पर सिर्फ इसलिये हूं कि उन्हें समझ सकूं और साथ ही उन्हें बता सकूं कि क्या किया जाना चाहिए. ”

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