कराची : पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान इमरान खान को उम्मीद नहीं है कि बायें हाथ के दागी तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर को इंग्लैंड में आगामी श्रृंखला के दौरान नाराजगी का सामना करना पडेगा. इमरान ने एक टाक शो के दौरान कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि उसे प्रेस या लोगों की नाराजगी का सामना करना होगा क्योंकि इंग्लैंड में रहने के दौरान मैंने देखा कि उसे लेकर काफी सहानुभूति है क्योंकि जब स्पाट फिक्सिंग प्रकरण सामने आया तो वह सिर्फ 18 या 19 साल का था और बाद में उसने अपनी गलती भी स्वीकार की और सभी से माफी मांगी.”
इमरान ने कहा, ‘‘आमिर के लिए आम तौर पर सहानुभूति है और मेरा अनुभव कहता है कि उसे इंग्लैंड में प्रेस और लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलेगी और इससे उसे आगामी श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी.” क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान ने कहा कि 2010 प्रकरण में शामिल रहे लोगों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है और आगे बढ गए हैं. उन्होंने कहा कि यह आशंका बेकार है कि आमिर और पाकिस्तान को इंग्लैंड में समस्या का सामना करना पड सकता है.
पाकिस्तान को 1992 में एकमात्र 50 ओवर का विश्व कप खिताब दिलाने वाले इमरान ने पाकिस्तान में खेल के तीनों प्रारुपों में अलग कप्तान के सुझाव को भी खारिज कर दिया. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री नजम सेठी की बोर्ड में मौजूदगी के संदर्भ में इमरान ने कहा, ‘‘पाकिस्तान क्रिकेट को नुकसान पहुंचा क्योंकि चुनाव में फिक्सिंग करने वाले व्यक्ति को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में जगह दी गई.’
उन्होंने कहा, ‘‘उसके फैसला करने का एक नकारात्मक पक्ष यह है कि अब हमारे पास तीन प्रारुपों के लिए तीन कप्तान हैं और मैं इसे मजाक के तौर पर देखता हूं क्योंकि ऐसे में टीम में निरंतरता कैसे आएगी.” इमरान ने कहा कि टीम में सभी प्रारुपों में एक कप्तान होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं होता तो हाल में विश्व टी-20 में मिसबाह उल हक को कप्तान बनाता.”