हताश हो चुके हैं रवि शास्त्री : गंभीर
मुंबई : टीम इंडिया में कोच पद का विवाद कम होने के बदले और बढ़ता ही जा रहा है. रवि शास्त्री ने सहालकार समिति के सदस्य सौरव गांगुली पर गंभीर आरोप लगाकर विवाद को जन्म दिया, तो अब इस श्रृंखला में रोजाना कोई न कोई कड़ी और जुडती जा रही है. इस कड़ी में अब […]
मुंबई : टीम इंडिया में कोच पद का विवाद कम होने के बदले और बढ़ता ही जा रहा है. रवि शास्त्री ने सहालकार समिति के सदस्य सौरव गांगुली पर गंभीर आरोप लगाकर विवाद को जन्म दिया, तो अब इस श्रृंखला में रोजाना कोई न कोई कड़ी और जुडती जा रही है. इस कड़ी में अब टीम इंडिया से बाहर चल रहे बायें हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर भी जुड़ गये हैं.
गौतम ने रवि शास्त्री पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने रवि शास्त्री की टीम इंडिया में भूमिका पर बडा़ सवाल उठा दिया है. उन्होंने टीम इंडिया के कोच पद पर अनिल कुंबले को सबसे उपयुक्त बताया और शास्त्री पर हमला करते हुए कहा कि शास्त्री बताएं कि उन्होंने किया क्या है.
एक टीवी न्यूज चैनल के साथ बातचीत करते हुए गंभीर ने कहा, शास्त्री केवल बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. उन्होंने टीम इंडिया के लिए किया क्या है. शास्त्री कोच पद को लेकर बेवजह विवाद खड़ा कर रहे हैं, कोच नहीं बनने से वो बौखला गये हैं. बौखलाहट में वो इस तरह की बात कर रहे हैं और सौरव गांगुली पर हमला कर रहे हैं.
शास्त्री हमेशा यह दंभ भरते हैं कि उनके कार्यकाल में टीम इंडिया ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन वो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में मिली करारी हार और बांग्लादेश से मिली शर्मनाक हार को भूल जाते हैं. उनके कार्यकाल में मिली हार के बारे में वो कभी बात नहीं करते हैं.
शास्त्री के कार्यकाल में भारत ने दो विश्वकप खेले, जिसमें दोनों में हार का सामना करना पड़ा. एक तो अपने ही देश में खेला गया था, उसमें भी टीम इंडिया सेमिफाइनल तक ही पहुंच पायी.
गौरतलब हो भारतीय टीम का कोच नहीं चुने जाने से निराश पूर्व टीम निदेशक रवि शास्त्री ने आज सौरव गांगुली को आडे हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने कोच का चयन करने की अपनी भूमिका और उन उम्मीद्वारों का अनादर किया जिनका वह साक्षात्कार कर रहे थे.
शास्त्री ने गांगुली की पिछले सप्ताह उनके साक्षात्कार के दौरान अनुपस्थित रहने के लिये आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें सलाह दी कि जब अगली बार इस तरह के पद के लिये किसी का इंटरव्यू करे तो उन्हें बैठक में उपस्थित रहना चाहिए. उन्होंने इंडिया टुडे से कहा, ‘‘मैं बिल्कुल भी खफा नहीं हूं. मैं केवल निराश हूं. इसका सौरव से कोई लेना देना नहीं है लेकिन मैं निराश इसलिए हूं कि क्योंकि उस व्यक्ति ने उन उम्मीद्वारों का अनादर किया जिनका साक्षात्कार लिया जाना था. अपनी उस भूमिका के प्रति उसने अनादर दिखाया जिसके लिये उस पर विश्वास जताया गया था. ‘