लक्ष्मण के खिलाफ हितों के टकराव के आरोप गलत : बीसीसीआई

नयी दिल्ली : बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के ने आज स्पष्ट किया कि मुख्य कोच अनिल कुंबले की कंपनी में शेयरधारक होने के लिये पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण के खिलाफ लगाये जा रहे हितों के टकराव के आरोप गलत हैं. मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के साथ तीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2016 9:03 PM

नयी दिल्ली : बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के ने आज स्पष्ट किया कि मुख्य कोच अनिल कुंबले की कंपनी में शेयरधारक होने के लिये पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण के खिलाफ लगाये जा रहे हितों के टकराव के आरोप गलत हैं. मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के साथ तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य लक्ष्मण तब कुंबले की कंपनी ‘टेनविच’ में शेयरधारक थे जब मुख्य कोच पद के लिये साक्षात्कार हुए थे.

बीसीसीआई ने हालांकि मीडिया विज्ञप्ति जारी करके स्पष्टीकरण दिया. शिर्के ने मीडिया विज्ञप्ति में कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सभी संबंधित पक्षों को सूचित करना चाहता है कि भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के लिये आवेदकों के साक्षात्कार लेने के लिये समिति का कामकाज शुरू होने से पहले वीवीएस लक्ष्मण ने साफ शब्दों में अपनी वर्तमान स्थिति और टेनविच स्पोर्ट्स के साथ पूर्व में भागीदारी को स्पष्ट कर दिया था. ”

उन्होंने कहा, ‘‘लक्ष्मण ने बीसीसीआई को सूचित किया था उन्होंने टेनविच स्पोर्ट्स में अपनी पांच प्रतिशत के कुल शेयर मार्च 2016 में बेच दिये थे और साथ ही घोषित किया था कि उनके टेनविच स्पोर्ट्स में अब कोई शेयर नहीं हैं और वह उसके किसी अधिकृत या अनधिकृत पद पर नहीं हैं. ” शिर्के ने कहा, ‘‘इसलिए भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के चयन के समय लक्ष्मण हितों के टकराव वाली स्थिति में नहीं थे. इसलिए इस संबंध में लगाये जा रहे कयास और निष्कर्ष गलत हैं. ”

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