प्रशंसकों का नजरिया बदलने के लिये वेस्टइंडीज में जीतना जरुरी : जडेजा
बासेटेरे : अपने साथी खिलाडियों की तरह बायें हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा को भी बखूबी पता है कि विदेश में जीते बगैर भारत में मिली कामयाबी के उतने मायने नहीं हैं और वेस्टइंडीज के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भारतीय टीम का लक्ष्य यही है. दूसरे अभ्यास मैच के पहले दिन तीन […]
बासेटेरे : अपने साथी खिलाडियों की तरह बायें हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा को भी बखूबी पता है कि विदेश में जीते बगैर भारत में मिली कामयाबी के उतने मायने नहीं हैं और वेस्टइंडीज के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भारतीय टीम का लक्ष्य यही है. दूसरे अभ्यास मैच के पहले दिन तीन विकेट लेने वाले जडेजा ने कहा ,‘‘ आजकल लोग यही ध्यान रखते हैं कि आपने विदेश में कितने टेस्ट और वनडे जीते. हमारा फोकस उसी पर है और हम यहां जीतने आये हैं.”
उन्होंने कहा ,‘‘ सभी कहते हैं कि हम भारत में आसानी से जीत जाते हैं और हम उस सोच को बदलना चाहते हैं. हमारी टीम युवा है और सभी खिलाड़ी विदेश में जीत को लालायित है. टीम फिट और उर्जा से ओतप्रोत है और तैयारी उम्दा है. हम यह टेस्ट श्रृंखला जरुर जीतेंगे.” जडेजा ने स्वीकार किया टेस्ट टीम का हिस्सा बनना सुखद होता है.
उन्होंने कहा ,‘‘ लंबे प्रारुप में लंबे समय बाद खेलकर अच्छा लगता है. आपको मैच फिट और गेंदबाजी के लिये भी फिट होना पड़ता है ताकि एक दिन में 15-20 ओवर फेंक सके.” उन्होंने कहा ,‘‘ आज अपने प्रदर्शन के बाद मुझे लग रहा है कि मैं पूर्ण फिटनेस हासिल करने के करीब हूं. विकेट धीमा था लेकिन इस पर अच्छा उछाल था लिहाजा मैने अपनी लाइन और लैंग्थ बरकरार रखी.” अश्विन की तरह जडेजा भी यहां के गर्म और उमरभरे मौसम में गेंदबाजी की तैयारी में जुटे हैं.
उन्होंने कहा ,‘‘ मानसिक रुप से हमें इसके लिये तैयार रहना होगा हालांकि भारत में भी गर्मियों में ऐसा ही मौसम रहता है. हम मैच हालात के बारे में ही सोच रहे हैं. हमने आज एक ईकाई के रुप में गेंदबाजी की. हमारा लक्ष्य लगातार तीन मैडन ओवर डालकर बल्लेबाजों पर दबाव बनाना था.”
अश्विन और जडेजा के साथ साझेदारी के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ हम सभी की अलग अलग शैली और रफ्तार है. मैं बायें हाथ का स्पिनर हूं जबकि अश्विन आफ ब्रेक और मिश्रा लेग स्पिन गेंदबाज है. यह अच्छी बात है क्योंकि विविधता के चलते बल्लेबाजों के लिये हमें खेल पाना मुश्किल हो रहा है.” भारत के कोच के रुप में अनिल कुंबले की यह पहली श्रृंखला है और खिलाडी उनसे काफी प्रभावित हैं.
जडेजा ने कहा ,‘‘ उन्होंने मुझसे अपनी ताकत पर काम करने के लिये कहा. हमने इन हालात में गेंदबाजी पर लंबी चर्चा की. उन्होंने कहा कि अधिक उर्जावान दिखना बहुत जरुरी है. मुझे लंबे स्पैल फेंकने की आदत है और मैं यहां भी वैसा ही करुंगा.”