जडेजा की फार्म में वापसी, टाई रहा भारत-न्यूजीलैंड के बीच तीसरा वन डे

IND 314/9NZ-314 आकलैंड : रविंद्र जडेजा ने अपनी लप्पेबाजी का अच्छा नमूना दिखाकर भारत को आज यहां रोमांचक जीत के करीब पहुंचाया लेकिन वह आखिर ओवर में टीम को लक्ष्य तक नहीं पहुंचा पाये जिससे न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच टाई छूट गया. इससे भारत पांच मैचों की श्रृंखला में बना हुआ है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2014 11:32 AM

IND 314/9
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आकलैंड : रविंद्र जडेजा ने अपनी लप्पेबाजी का अच्छा नमूना दिखाकर भारत को आज यहां रोमांचक जीत के करीब पहुंचाया लेकिन वह आखिर ओवर में टीम को लक्ष्य तक नहीं पहुंचा पाये जिससे न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच टाई छूट गया. इससे भारत पांच मैचों की श्रृंखला में बना हुआ है.

मार्टिन गुप्टिल की 111 रन की पारी से न्यूजीलैंड ने 314 रन बनाये. एक समय कीवी टीम की जीत निश्चित लग रही थी लेकिन आर अश्विन के 65 रन और जडेजा की 45 गेंद पर नाबाद 66 रन की मदद से भारत विदेश में एक और श्रृंखला हारने से बच गया. भारत ने नौ विकेट पर 314 रन बनाये.

मैच के आखिरी रोमांचक क्षणों में भारत को आखिरी ओवर में 18 रन चाहिए थे लेकिन जडेजा और आखिरी बल्लेबाज वरुण आरोन ने 17 रन ही बना पाये. भारत को आखिरी गेंद पर केवल दो रन चाहिए थे लेकिन जडेजा एक रन ही ले पाये. भारत भले ही मैच नहीं जीत पाया लेकिन वह हैमिल्टन ( 28 जनवरी ) और वेलिंगटन ( 31 जनवरी ) के मैच जीतकर पांच मैचों की श्रृंखला बराबर कर सकता है.

मैच टाई होने के कारण भारत आईसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर एक पर बरकरार है. आस्ट्रेलिया की कल इंग्लैंड के हाथों चौथे वनडे में हार से भारत शीर्ष पर काबिज हुआ था.

न्यूजीलैंड को लगातार तीसरे मैच में बल्लेबाजी का न्यौता दिया गया जिसने गुप्टिल के शतक तथा केन विलियमसन (65 ) और ल्यूक रोंची ( 38 ) के उपयोगी योगदान से बड़ा स्कोर खड़ा किया. पारी के आखिर में यदि तेजी से विकेट नहीं गिरते तो स्कोर काफी बड़ा होता.

न्यूजीलैंड ने आज यहां तीसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मार्टिन गुप्टिल के शतक से 314 रन बनाये. भारतीय गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में काफी बेहतर खेल दिखाया और 43वें और 44वें ओवर के बीच तीन विकेट झटककर न्यूजीलैंड को बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया.

गुप्टिल ने 129 गेंद में 111 रन की शतकीय पारी खेली. केन विलियम्सन ने 74 गेंद में 65 रन बनाये. न्यूजीलैंड की टीम हालांकि ईडन पार्क में निर्धारित 50 ओवर में 314 रन पर सिमट गयी. गुप्टिल ने 12 चौके और दो छक्के जड़ित पारी से विलियम्सन के साथ दूसरे विकेट के लिये 153 रन की भागीदारी निभायी.

रास टेलर (17), नाथन मैकुलम (01) और ल्यूक रोंची (38) नौ गेंद के अंदर पवेलियन लौट गये जिससे न्यूजीलैंड की बड़ा स्कोर बनाने की उम्मीदों पर ब्रेक लग गया. भारतीय आक्रमण के लिये यह बिलकुल अलग अनुभव रहा, उन्होंने अंतिम 10 ओवरों में केवल 81 रन गंवाये. दूसरे पावरप्ले के अंदर केवल 33 रन बने जिसमें दो विकेट भी मिले.

मेहमान टीम के लिये यह काफी सुधरा गेंदबाजी प्रदर्शन था जो पांच मैचों की श्रृंखला में 0.2 से पिछड़ रही है और विदेश में पिछले छह मैचों में पहला वनडे जीतने के लिये बेताब है. मोहम्मद शमी ने 84 रन, रविंद्र जडेजा ने 47 रन देकर दो दो विकेट हासिल किये. भुवनेश्वर कुमार (48 रन देकर), वरुण आरोन (52 रन देकर) और आर अश्विन (47 रन देकर) को एक एक विकेट मिला. सुरेश रैना ने अपने चार ओवर में 26 रन दिये.

इससे पहले भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने श्रृंखला में लगातार तीसरा टॉस जीता और लगातार तीसरी बार क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया. मेहमान टीम ने अंतिम एकादश में एक बदलाव किया और खराब फार्म में चल रहे इशांत शर्मा की जगह आरोन को शामिल किया. रैना को खेलने के लिये फिट घोषित किया गया, कल अभ्यास के दौरान उनकी कोहनी में चोट लग गयी थी. न्यूजीलैंड ने भी हामिश बेनेट को अंतिम एकादश में कायले मिल्स की जगह शामिल किया है.

भुवनेश्वर और शमी ने गेंदबाजी शुरु की, गुप्टिल और जेसी राइडर (20) ने तेजी से शुरुआत करते हुए पहले चार ओवर में 32 रन जुटाये. लेकिन राइडर फिर अच्छी शुरुआत के बाद आउट हो गये, उन्हें भुवनेश्वर ने पांचवें ओवर में बोल्ड किया. फार्म में चल रहे विलियम्सन क्रीज पर उतरे और तेजी से लय में आ गये.

आरोन आठवें ओवर में गेंदबाजी के लिये आये, उन्होंने अपनी रफ्तार से प्रभावित किया. वह लगातार 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते रहे. लेकिन इस दौरान कोई विकेट नहीं दिला सके जिससे धौनी ने 11वें ओवर में जडेजा को उतारा. भारत ने पहले 10 ओवर में ही 15 अतिरिक्त रन गंवा दिये थे और पूरी पारी में 21 अतिरिक्त रन दिये गये.

न्यूजीलैंड ने 21वें ओवर में 100 रन का आंकड़ा पूरा कर लिया और बड़े स्कोर की नींव रखी. गुप्टिल और विलियम्सन ने भारत के खिलाफ वनडे में न्यूजीलैंड के लिये दूसरे विकेट के लिये दूसरी सर्वश्रेष्ठ साझेदारी निभायी. इन दोनों ने 28.3 ओवर में 153 रन बनाये. इससे पहले 2001 में नाथन एस्टल और स्टीफन फ्लेमिंग ने कोलंबो में 138 रन की भागीदारी निभायी थी.

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