नयी दिल्ली : भारत और वेस्टइंडीज के बीच चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला का आज पहला मैच है. दोनों टीमें जीत के लिए आमने-सामने होगी. भारतीय क्रिकेट में यह टेस्ट मैच इतिहास में नया अध्याय लिखेगा, क्योंकि 16 साल के लंबे अंतराल के बाद टीम इंडिया को अनिल कुंबले के रूप में देशी कोच मिला है. कुंबले के लिए वेस्टइंडीज दौरा जितना खास है उतना ही कप्तान विराट कोहली के लिए भी है.
कोहली एक खिलाड़ी के तौर पर अपनी छाप विश्व क्रिकेट के सामने छोड़ दी है अब एक कप्तान के रूप में उन्हें अपनी प्रतिभा दिखानी है. हालांकि विराट इसके लिए पूरी तरह से तैयार भी हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत लंबे समय से टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलते आया है. इसका इतिहास 1948-49 से आरंभ होता है.
वेस्टइंडीज के साथ श्रृंखला खेलने की शुरुआत भारत ने लाला अमरनाथ के साथ शुरू की थी. अमरनाथ सबसे पहले भारतीय कप्तान थे जिसने वेस्टइंडीज के साथ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेली. आखिरी बार मौजूदा वनडे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह की अगुआई में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज साथ श्रृंखला खेली थी. कोहली बतौर कप्तान 21 वें खिलाड़ी हैं जिसकी अगुआई में भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच खेलेगी.
वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैचों का सबसे दिलचस्प इतिहास रहा है. वेस्टइंडीज के खिलाफ हर बार नये कप्तानों के साथ भारतीय टीम टेस्ट श्रृंखला के लिए मैदान पर उतरी है. कोई भी भारतीय कप्तान एक से दो बार वेस्टइंडीज के साथ टेस्ट श्रृंखला नहीं खेले हैं.