किंगस्टन : पहले टेस्ट में शानदार जीत से उत्साहित भारतीय टीम शनिवार से यहां शुरू हो रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट में अनुभवहीन वेस्टइंडीज टीम पर अपना दबदबा बरकरार रखने के इरादे से उतरेगी. भारत की ओर से मुरली विजय चोट की वजह से दूसरा टेस्ट नहीं खेल पायेंगे. कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि टीम को मुरली विजय की कमी खलेगी. कोहली ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि किंग्स्टन के मैदान पर एंटिगा से ज्यादा सक्रियता और ध्यान की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि विंडीज के साथ अगले मुकाबले के लिए बस यही योजना है कि हमें पिछले मैच की ही तरह फोकस के साथ उतरना है. भारतीय टीम ने 2016-17 सत्र की उम्दा शुरुआत करते हुए उपमहाद्वीप के बाहर सबसे बड़ी जीत दर्ज की जब एंटीगा में वेस्टइंडीज को एक पारी और 92 रन से हराया.
टीम इंडिया इस लय को सीरीज में आगे भी कायम रखना चाहेगी, जो मुख्य कोच के तौर पर अनिल कुंबले की पहली सीरीज है. इस बार हालांकि चुनौती आसान नहीं होगी, क्योंकि सबीना पार्क में हरी भरी पिच भारत का इंतजार करेगी, जबकि एंटीगा में धीमी पिच थी, जिस पर मैच चार दिन के भीतर खत्म हो गया था. पिछले रिकॉर्ड को देखें, तो 2008 के बाद यहां कोई भी टेस्ट पांच दिन तक नहीं चला है. उसके बाद से यहां हुए पांचों टेस्ट चार दिन के भीतर खत्म हो गये, जिनमें से एक 2011 में भारत ने 63 रन से जीता था.
वेस्टइंडीज ने 2015 में यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था और वह मैच चौथे दिन लंच तक ही चला था. यह कहना मुश्किल है कि हरी-भरी पिच से किस टीम को अधिक खुशी होगी, लेकिन मेजबान टीम को इससे मुकाबला संतुलित लगेगा. भारतीय टीम को भी आत्ममुग्धता से बच कर खेलना होगा, क्योंकि अभी सीरीज में तीन टेस्ट बाकी हैं. सलामी बल्लेबाज मुरली विजय की फिटनेस ठीक नहीं हैं. वो आज मैदान के बाहर ही दिखेंगे. विजय को सीरीज के पहले ही दिन सुबह शैनोन गैब्रियल की गेंद अंगूठे में लगी थी. वह वेस्टइंडीज की दोनों पारियों में फील्डिंग के लिए नहीं उतरे थे. विजय ने बुधवार को नेट पर अभ्यास किया, लेकिन गुरुवार को वैकल्पिक अभ्यास सत्र में नहीं उतरे.
दूसरा मसला टीम संयोजन का है, जिसमें कप्तान विराट कोहली को तय करना है कि क्या वह फिर पांच गेंदबाजों को लेकर उतरना चाहेंगे. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले साल घरेलू सीरीज में कठिन विकेटों पर उन्होंने यह रणनीति नहीं अपनायी थी. श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टेस्ट में हरियाली पिच पर उन्होंने स्टुअर्ट बिन्नी को उतारा था. वेस्टइंडीज टीम अगर एक या दो अतिरिक्त तेज गेंदबाजों को उतारती है, तो भारत को एक अतिरिक्त विशेषज्ञ बल्लेबाज की जरूरत होगी. शीर्षक्रम के तीन बल्लेबाजों विजय, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ने एंटीगा में 566 में से सिर्फ 45 रन बनाये थे.
कोहली को अपने गेंदबाजों के कार्यभार पर भी गौर करना होगा. पूर्णकालिक बल्लेबाज उतारने के मायने हैं कि तीनों तेज गेंदबाजों को अतिरिक्त ओवर फेंकने होंगे. ऐसे में वह बिन्नी को उतार सकते हैं, जो निचले मध्यक्रम में बल्लेबाजी के साथ मध्यम तेज गेंदबाजी भी कर सकते हैं. ऐसे में अमित मिश्रा को बाहर रहना होगा, क्योंकि आर अश्विन ने पहले टेस्ट में बेहतरीन हरफनमौला प्रदर्शन किया. उसने 113 रन बनाने के अलावा 83 रन देकर सात विकेट लिये.
हरी-भरी पिच पर भारत के तीनों तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा, उमेश यादव और मोहम्मद शमी को बेहतर प्रदर्शन करना होगा, जो एंटीगा में दोनों पारियों में नाकाम रहे. दूसरी ओर यह पिच मेजबान टीम को रास आयेगी और वे अपने गेंदबाजी आक्रमण में इजाफा करना चाहेंगे. युवा अल्जारी जोसेफ को टीम में शामिल किया गया है, जबकि मिगुल कमिंस भी जगह पाने में कामयाब रहे हैं. जोसेफ ने बांग्लादेश में अंडर-19 विश्व कप में 13 विकेट लिये थे. कैरेबियाई बल्लेबाजों में नजरें मर्लोन सैमुअल्स पर होगी, जिन्होंने एंटीगा में अर्द्धशतक बनाया था. ऐसी अटकलें लगायी जा रही है कि यह उनकी आखिरी टेस्ट सीरीज है.