इंदौर : देश के क्रिकेट क्षेत्र में पारदर्शिता और सुधार के लिए उच्चतम न्यायालय से नियुक्त न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आरएम लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने व्यक्तिगत राय जाहिर करने से इनकार कर दिया और कहा कि इन अनुशंसाओं पर बीसीसीआई फैसला करेगा.
गांगुली ने मध्यप्रदेश क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल होने के बाद कल देर रात संवाददाताओं से कहा, ‘‘लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर बीसीसीआई फैसला करेगा और हम उसी हिसाब से चलेंगे. हमें थोड़ा समय दीजिये, क्योंकि इस मसले को सुलझाने में थोडा समय लगेगा. देखते हैं कि आगे क्या होता है.’ जब उनसे पूछा गया कि मौजूदा क्रिकेट प्रशासक और पूर्व क्रिकेटर के तौर पर लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर उनकी क्या राय है, तो उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है.
इसलिए इस सिलसिले में मेरी सार्वजनिक टिप्पणी उचित नहीं होगी.’ गांगुली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन की तारीफ की. इसके साथ ही, कहा कि ‘वेस्टइंडीज अब वैसी टीम नहीं रह गयी है, जैसी वह एक जमाने में हुआ करती थी.’ पूर्व भारतीय कप्तान ने एक सवाल पर कहा, ‘‘विराट कोहली बड़े खिलाडी हैं. वह लंबे वक्त तक भारतीय क्रिकेट की सेवा करेंगे. वह दुनिया के सर्वकालिक महान खिलाडी बनेंगे.’ इससे पहले, गांगुली ने पूर्व होलकर टीम के खिलाडी रामेश्वर प्रताप सिंह (91 वर्ष) को ‘सीटी सरवटे लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ से सम्मानित किया.
उन्होंने इंदौर के मशहूर क्रिकेट लेखक प्रोफेसर सूर्यप्रकाश चतुर्वेदी (78 वर्ष) को ‘माधवराव सिंधिया लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ से नवाजा. गांगुली ने एमपीसीए के जिन युवा क्रिकेटरों को अलग-अलग उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया, उनमें नमन ओझा, आवेश खान, राहुल बाथम और रजत पाटीदार शामिल हैं. पुरस्कार वितरण समारोह में एमपीसीए के चेयरमैन ज्योतिरादित्य सिंधिया और इस संगठन के अध्यक्ष संजय जगदाले भी मौजूद थे.