ग्रोस आइलेट : रविचंद्रन अश्विन और रिद्विमान साहा के शानदार शतकों की बदौलत भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन आज यहां अपनी पहली पारी में 353 रन का मजबूत स्कोर बनाया. वेस्टइंडीज ने इसके जवाब में अच्छी शुरुआत की, लेकिन 25वें ओवर मेंलियोन जॉनसन को राहुल ने 23 के स्कोर पर रन आउट किया. दूसरे दिन के खेल की समाप्ति तक वेस्टइंडीज ने एक विकेट के नुसान पर 107 रन बना लिया है. डैरेन ब्राओ 18 रन औरक्रेग ब्रेथवेट 53 रन बनाकर पीच पर डटे हुए हैं. अब भी इंडीज भारत की पहली पारी से 246 रन पीछे है.
वेस्टइंडीज का एक मात्र विकेट लियोन जानसन का गिरा. जानसन को केएल राहुल ने 23 रन पर रन आउट किया. जानसन जब चार रन पर थे तब मोहम्मद शमी की गेंद पर लोकेश राहुल ने स्लिप में उनका मुश्किल कैच छोड़ा. इससे पहले भारतीय पारी अश्विन (118) और साहा (104) के ईद गिर्द घूमती रही. भारत ने अपनी पारी में 129.4 ओवर खेले जिनमें से 72.2 ओवर इन दोनों ने खेले और इस बीच छठे विकेट के लिये 213 रन की साझेदारी की जो भारत की तरफ से वेस्टइंडीज के खिलाफ नया रिकार्ड है. यह विदेशी सरजमीं पर छठे विकेट के लिये भारत की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है.
इन दोनों के शानदार प्रयास से भारत पांच विकेट पर 126 रन की खराब शुरुआत से उबरने में सफल रहा. साहा और अश्विन की साझेदारी कितनी महत्वपूर्ण रही इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इनकी भागीदारी टूटने पर भारत ने आखिरी पांच विकेट 48 गेंद और 14 रन के अंदर गंवा दिये. वेस्टइंडीज की तरफ से अलजारी जोसेफ और मिगुएल कमिन्स ने तीन-तीन जबकि रोस्टन चेज और शैनोन गैब्रियल ने दो-दो विकेट लिये.
अश्विन ने सुबह काफी धीमी बल्लेबाजी की लेकिन लंच के बाद उन्होंने दूसरे ओवर में ही रोस्टन चेज पर मिड आन पर छक्का जड़कर वर्तमान श्रृंखला का दूसरा शतक पूरा किया. वह वेस्टइंडीज के खिलाफ चार या उससे अधिक शतक जड़ने वाले भारत के छठे बल्लेबाज बन गये हैं. उन्होंने गुंडप्पा विश्वनाथ और वीवीएस लक्ष्मण की बराबरी की जबकि सचिन तेंदुलकर (तीन शतक) को पीछे छोड़ा.
साहा ने भी इसके बाद शतक पूरा करने में देर नहीं लगायी. उन्होंने चेज की गेंद पर दो रन लेकर यह उपलब्धि हासिल की. वह विजय मांजरेकर, अजय रात्रा और महेंद्र सिंह धौनी के बाद चौथे भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज हैं जिन्होंने विदेशी धरती पर शतक लगाया.
भारतीय क्रिकेट में यह पहला अवसर है जबकि छठे और सातवें नंबर के बल्लेबाज शतक जड़ने में सफल रहे. साहा हालांकि शतक पूरा करने के तुरंत बाद जोसेफ की आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे. उन्होंने अपनी पारी में 227 गेंदें खेली और 13 चौके लगाये. इसके बाद भारतीय पारी सिमटने में देर नहीं लगायी. रविंद्र जडेजा (छह) और भुवनेश्वर कुमार (शून्य) ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक पाये.
अश्विन की मैराथन पारी का अंत कमिन्स ने किया. उन्होंने शार्ट पिच गेंद पर बैकवर्ड प्वाइंट पर आसान कैच थमाया. अश्विन अपनी पारी में 297 गेंदें खेली तथा छह चौके और एक छक्का लगाया. कमिन्स ने इसी ओवर में इशांत शर्मा को आउट करके भारतीय पारी का अंत किया. इस तरह से भारत ने आखिरी तीन विकेट पांच गेंद के अंदर बिना कोई रन जोड़े गंवाये. इससे पहले भारत ने सुबह अपनी पारी पांच विकेट पर 234 रन से आगे बढायी. सुबह साहा ने अश्विन की तुलना में अधिक तेजी से रन जुटाये. उनकी वजह से ही भारत सुबह के सत्र में 25 ओवरों में 82 रन जोड़ने में सफल रहा.
अश्विन जब 92 रन पर थे तब उन्हें पारी का दूसरा जीवनदान भी मिला. उन्होंने चेज की गेंद फ्लिक की जिसे शार्ट लेग पर खड़े जानसन कैच नहीं कर पाये. कमिन्स के अगले ओवर में बैकवर्ड प्वाइंट पर दिन का अपना पहला चौका जडकर वह 99 रन पर पहुंचे थे. अश्विन और साहा ने अपनी साझेदारी के दौरान वेस्टइंडीज की सरजमीं पर भारत की तरफ से छठे विकेट के लिये सर्वाधिक साझेदारी का रिकार्ड तोड़ा जो अब तक दिलीप सरदेसाई और एकनाथ सोलकर के नाम पर था जिन्होंने 1971 में किंगस्टन में 137 रन जोड़े थे. इसके बाद उन्होंने सुनील गावस्कर और रवि शास्त्री के 1983 में वेस्टइंडीज के खिलाफ चेन्नई में बनायी गयी 170 रन की साझेदारी को पीछे छोड़ा.