बीसीसीआई की जड़ें काटने की कोशिश की जा रही हैं : ठाकुर

नयी दिल्ली : बीसीसीआई को बड़े सुधारवादी कदम लागू करने के लिए जब उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त लोढ़ा समिति की समय सीमा का सामना करना पड़ रहा है तब दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने आज कहा कि जिन लोगों ने खेल को नहीं खेला वे इसका संचालन करने का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2016 8:10 PM

नयी दिल्ली : बीसीसीआई को बड़े सुधारवादी कदम लागू करने के लिए जब उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त लोढ़ा समिति की समय सीमा का सामना करना पड़ रहा है तब दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने आज कहा कि जिन लोगों ने खेल को नहीं खेला वे इसका संचालन करने का प्रयास कर रहे हैं.

यहां पीएचडी चैंबर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे ठाकुर ने कहा, ‘‘जिन लोगों ने कभी खेल नहीं खेला वे बोर्ड का संचालन करने का प्रयास कर रहे हैं. बीसीसीआई की जडें काटने का प्रयास किया जा रहा है.” उच्चतम न्यायालय ने बीसीसीआई में आमूलचूल बदलाव की लोढ़ा समिति की अधिकांश सिफारिशों को स्वीकार कर लिया था जिसमें बीसीसीआई पदाधिकारियों की उम्र को 70 साल तक सीमित करना, कार्यकाल के बीच में ब्रेक, एक राज्य एक वोट और मंत्रियों और नौकरशाहों पर प्रतिबंध शामिल है.
इसके अलावा उच्चतम न्यायालय ने इस सिफारिश को भी मान लिया कि बोर्ड और इसकी मान्यता प्राप्त इकाइयों में कोई पदाधिकारी दो पद पर नहीं हो सकता. ठाकुर हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के भी अध्यक्ष हैं. ठाकुर ने इस दौरान लेखिका शोभा डे पर भी निशाना साधा जिन्होंने रियो ओलंपिक में हिस्सा ले रहे भारतीय खिलाडियों को लेकर विवादास्पद ट्वीट किया था.
उन्होंने कहा, ‘‘उनकी टिप्पणी गलत लहजे में थी. इसकी जरुरत नहीं थी. खिलाडियों को इस स्तर पर पहुंचने के लिए काफी खून पसीना बहाना पड़ता है.” शोभा ने लिखा था, ‘‘ओलंपिक में भारतीय टीम का लक्ष्य: रियो जाओ, सेल्फी लो, खाली हाथ वापस आओ. पैसे और मौकों की बर्बादी.”

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