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सचिन तेंदुलकर के लिए बेहद खास है 9 सितंबर, मिली थी एक बड़ी उपलब्धि

मुंबई : क्रिकेट में बल्‍लेबाजी के लगभग सभी बड़े रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले मास्‍टर ब्‍लास्‍टर क्रिकेट के भगवान और भारत रत्‍न सचिन तेंदुलकर के लिए आज का दिन बेहद खास है. आज के दिन को मास्‍टर ब्‍लास्‍टर कतई भुलना नहीं चाहेंगे, क्‍योंक‍ि‍ उनके बल्‍ले ने आज के ही दिन एक बेहद ही खास उपलब्धि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2016 5:28 PM
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मुंबई : क्रिकेट में बल्‍लेबाजी के लगभग सभी बड़े रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले मास्‍टर ब्‍लास्‍टर क्रिकेट के भगवान और भारत रत्‍न सचिन तेंदुलकर के लिए आज का दिन बेहद खास है. आज के दिन को मास्‍टर ब्‍लास्‍टर कतई भुलना नहीं चाहेंगे, क्‍योंक‍ि‍ उनके बल्‍ले ने आज के ही दिन एक बेहद ही खास उपलब्धि हासिल की थी जिसके लिए उन्‍हें पांच सालों तक इंतजार करना पड़ा था.
आपको मालूम ही होगा, सचिन तेंदुलकर जब अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट से संन्‍यास की घोषणा कर रहे थे, उस समय वो दुनिया के महान क्रिकेटरों में शामिल हो चुके थे. सचिन की उपलब्धि का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनके प्रशंसकों में सदी के महान क्रिकेट सर डॉन ब्रेडमैन भी रहे हैं.
सचिन के लिए 9 सितंबर का दिन बेहद खास है, क्‍योंकि आज के दिन उन्‍होंने एक बड़ी उप‍लब्धि हासिल की थी और कैरियर में मिल का पहला पत्‍थर गाड़ दिया था. इसके बाद सचिन का सफर शुरू हुआ और फिर उन्‍होंने कभी पीछे मुडकर नहीं देखा. दरअसल सचिन ने आज ही के दिन अपने कैरियर का पहला वनडे सेंचुरी जमाया था. क्रिकेट के भगवान के नाम वनडे में सबसे अधिक सेंचुरी का रिकॉर्ड है, लेकिन आपको शायद मालूम होगा कि उन्‍हें अपने कैरियर का पहला शतक जमाने के लिए पांच सालों तक इंतजार करना पड़ा था.
टेस्ट क्रिकेट में सचिन ने अपना छाप पहले ही मैच से छोड़ दिया था, लेकिन वनडे में उन्‍होंने अपनी पहचान स्‍थापित करने में पांच साल लग गये. 1989 में पाकिस्‍तान के खिलाफ वनडे में डेब्‍यू करने वाले सचिन तेंदुलकर अपनी पहली पारी में शून्‍य पर आउट हो गये थे. खराब आगाज के बाद भी टीम मैनेजमेंट ने उन्‍होंने मौका देना जारी रखा, शायद उन्‍हें सचिन की प्रतिभा हो पहचान लिया था. सचिन को पहली फिफ्टी के लिए 8 मैचों का इंतजार करना पड़ा था, जब जाकर श्रीलंका के खिलाफ 41 गेंदों में 53 रन ठोका और कैरियर का पहला अर्धशतक पूरा किया.
सचिन को अपने कैरियर का पहला शतक जमाने के लिए पांच साल का इंतजार करना पड़ा और 9 सितंबर 1994 को उन्‍होंने श्रीलंका के खिलाफ पहला शतक जमाया था. कोलंबो में खेले गये इस मैच में सचिन का साथ उनके बचपन के दोस्‍त विनोद कांबली ने दिया था. सचिन के पहले शतक का गवाह क‍ांबली ही रहे थे. इस मैच में सचिन ने 130 गेंदों पर 110 रन बनाये थे, जिसमें उन्‍होंने 8 चौके और दो छक्‍के जमाये थे.

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