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रविचंद्रन अश्विन एंड कंपनी से डरा हुआ है न्‍यूजीलैंड ?

नयी दिल्ली : न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन और कोच माइक हेसन दोनों ने इस पर सहमति जतायी कि उनके बल्लेबाजों के लिये रविचंद्रन अश्विन एंड कंपनी का सामना करना थोड़ा मुश्किल होगा जबकि उनके खुद के स्पिनरों को कूकाबुरा गेंद से एसजी टेस्ट के साथ तेजी से सामंजस्य बिठाना होगा. विलियमसन को यह स्वीकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2016 6:41 PM

नयी दिल्ली : न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन और कोच माइक हेसन दोनों ने इस पर सहमति जतायी कि उनके बल्लेबाजों के लिये रविचंद्रन अश्विन एंड कंपनी का सामना करना थोड़ा मुश्किल होगा जबकि उनके खुद के स्पिनरों को कूकाबुरा गेंद से एसजी टेस्ट के साथ तेजी से सामंजस्य बिठाना होगा. विलियमसन को यह स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं हुई कि स्पिन की भूमिका अहम होगी.

उन्होंने कहा, ‘‘पिछली श्रृंखला में स्पिन ने अहम भूमिका निभायी थी. कुछ अवसरों पर बल्लेबाजी करना मुश्किल हो गया था. इसमें संदेह नहीं कि इसे खेलने में थोडी मुश्किल होगी. हमारे पास भी तीन बहुत अच्छे स्पिनर हैं. यह चुनौती होगी. भारत के खिलाफ उसकी सरजमीं पर खेलना सबसे कड़ी चुनौतियों में से एक है. एक टीम के रुप में हम खेलने को लेकर उत्साहित हैं. ‘

कोच हेसन ने कहा कि न्यूजीलैंड में उपमहाद्वीप की स्पिनरों की मददगार परिस्थितियां तैयार करना मुश्किल है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने बुलावायो में काफी समय बिताया. उस श्रृंखला में स्पिनरों का दबदबा रहा और विकेट धीमा था और विकेट में वैसी ही तेजी थी जैसी हमें भारत में मिलती है. इस तरह की परिस्थितियां स्वदेश में तैयार करना मुश्किल है. ‘

हेसन को उम्मीद है कि मिशेल सैंटनर और ईश सोढी जैसे न्यूजीलैंड के स्पिनर ‘कूकाबूरा’ से ‘एसजी टेस्ट’ गेंदों से सामंजस्य बिठाने में सफल रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘विदेशों के कई स्पिनर इन परिस्थितियों में सफल रहे हैं. हमारा स्पिन ग्रुप युवा है और उनके लिये कूकाबुरा से दूसरी तरह की गेंद एसजी टेस्ट से सामंजस्य बिठाना चुनौती होगी. ‘

हेसन ने नयी गेंद के दोनों गेंदबाजों टिम साउथी और ट्रेंट बोल्ट के बारे में कहा, ‘‘निश्चित तौर पर रिवर्स स्विंग एक कारक होगा. अब जबकि पहला टेस्ट करीब है तब हमें यहां की पिचों से सामंजस्य बिठाने की जरुरत है. यह महत्वपूर्ण कारक होगा. ‘ लेकिन न्यूजीलैंड के कोच ने कहा कि जब कोई ऐसी परिस्थितियों में खेलता है जहां गेंद रिवर्स होती है तो वहां रिवर्स स्विंग की भूमिका बढ़ जाती है.

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि जिस पिच से बहुत अधिक सीम मूवमेंट नहीं मिल रहा हो तो हमें दूसरा रास्ता तलाशने की जरुरत पड़ती है. हम वैध तरीकों से रिवर्स हासिल करना चाहते हैं. हम आगामी दिनों में इस पर काम करेंगे. ‘

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