नयी दिल्ली : टीम इंडिया के तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. हालांकि 34 साल के दायें हाथ के मध्यमतेज गेंदबाज बालाजी आईपीएल और तमिलनाडु प्रीमियर लीग में खेलते रहेंगे.
बालाजी का क्रिकेट कैरियर लंबा तो नहीं रहा लेकिन जितने दिन भी वो मैदान पर रहे अपने खास प्रदर्शन के चलते शुर्खियों में बने रहे. उनका 2004 में पाकिस्तान दौरा काफी खास रहा. इस दौरे पर उन्होंने पाकिस्तान को दहशत में डाल रखा था. पांच मैचों की वनडे श्रृंखला में उन्होंने 6 विकेट लिये. भारत ने यह श्रृंखला 3-2 से कब्जा किया था.
संन्यास की घोषणा करते वक्त बालाजी ने कहा, मैंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट को 16 साल दिया है अब समय है आगे बढ़ने का और अपने परिवार को समय देने का. क्रिकेट में व्यस्त रहने के कारण मैं अपने परिवार को समय नहीं दे पाता था, अब संन्यास लेने के बाद मैं ज्यादा समय अपने परिवार को दे पाउंगा.
* एक नजर बालाजी के क्रिकेट कैरियर पर
बालाजी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर काफी छोटा रहा. उन्होंने केवल 8 टेस्ट मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 27 विकेट लिये. बालाजी ने 2 बार चार विकेट और 1 बार पांच विकेट लिये. उसी तरह से उन्होंने 30 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने 34 विकेट लिये. वनडे में उन्होंने एक बार 4 विकेट लिये. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच में पांच मैच खेलकर 10 विकेट लिये. बालाजी ने 106 फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैच खेले जिसमें उन्होंने कुल 330 विकेट लिये.
बालाजी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2003 पहला टेस्ट मैच खेला और कैरियर का आखिरी टेस्ट 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला. उसी प्रकार उन्होंने 2009 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया और आखिरी वनेड मैंच न्यूजीलैंड के खिलाफ 2012 में खेला.