IND 291/9 (90.0 ov)
कानपुर : मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा के अर्धशतकों से एक समय अच्छी स्थिति में दिख रहा भारत आखिरी सत्र में मिले झटकों के कारण आज यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच का शुरुआती दिन अपने नाम करने में नाकाम रहा. भारत ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक नौ विकेट पर 291 रन बनाये हैं.
ग्रीन पार्क की पिच से पहले दिन ही स्पिनरों को मदद मिल रही है और ऐसे में भारत का यह स्कोर मजबूत लग रहा है. स्टंप उखडने के समय रविंद्र जडेजा 16 और उमेश यादव आठ रन पर खेल रहे थे. भारत टास जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरा लेकिन विजय (65) और पुजारा (62) को छोड़कर कोई भी अन्य बल्लेबाज टिककर नहीं खेल पाया. इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिये 112 रन की साझेदारी निभायी और जब लग रहा था कि वे बड़ा स्कोर खड़ा करने में सफल रहेंगे तब दोनों ने अपने विकेट गंवाये. कप्तान विराट कोहली केवल दस गेंद तक टिक पाये और नौ रन बनाकर पवेलियन लौटे.
अंजिक्य रहाणे (18) और रोहित शर्मा (35) क्रीज पर पर्याप्त समय बिताने के बावजूद बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे जबकि रविचंद्रन अश्विन (40) ने फिर से अपने बल्लेबाजी कौशल का अच्छा नमूना पेश किया. वह वर्ष 2016 में भारत की तरफ से टेस्ट मैचों में सर्वाधिक रन और सर्वाधिक विकेट लेने वाले क्रिकेटर बन गये हैं. मैच का पहला दिन होने के बावजूद पिच से स्पिनरों को मदद मिल रही थी.
न्यूजीलैंड की तरफ से पांच विकेट स्पिनरों ने लिये हैं. मिशेल सैंटनर ने 77 रन देकर तीन विकेट जबकि ईश सोढी और मार्क क्रेग ने एक एक विकेट लिया है. तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट न्यूजीलैंड के सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं. उन्होंने 52 रन देकर तीन विकेट लिये हैं. नील वैगनर ने कोहली का महत्वपूर्ण विकेट हासिल किया. बोल्ट ने तीसरे सत्र में कहर बरपाया जिसमें भारत ने 31 ओवर में 106 रन के अंदर पांच विकेट गंवाये.
सलामी बल्लेबाज के लोकेश राहुल (39 गेंदों पर 32 रन) ने भारत को सकारात्मक शुरुआत दिलायी. उन्होंने बोल्ट के पहले ओवर में ही दो चौके जमाये। केन विलियमसन ने आठवें ओवर में सैंटनर के रुप में स्पिन आक्रमण लगाया. राहुल ने बायें हाथ के इस स्पिनर पर छक्का जड़ा लेकिन इस गेंदबाज ने भारत के इस युवा बल्लेबाज को जल्द ही विकेट के पीछे कैच करा दिया. कीवी कप्तान ने जल्द ही दूसरे छोर से भी आफ स्पिनर मार्क क्रेग को गेंद सौंप दी लेकिन पुजारा और विजय ने स्पिनरों का पूरे आत्मविश्वास के साथ सामना किया. दलीप ट्राफी में दो शतक जड़ने वाले पुजारा ने अच्छे फुटवर्क से स्पिनरों का सामना किया.
विजय और पुजारा ने लंच के बाद भी रन जुटाना जारी रखा और लग रहा था कि उन्हें न्यूजीलैंड के गेंदबाजों से कोई परेशानी नहीं हो रही है. विजय पारी के 39वें ओवर में सोढी की गेंद पर पगबाधा की अपील से बचे लेकिन उन्होंने अगले ही ओवर में बोल्ट की गेंद पर अपना 13वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया.
पुजारा ने भी अपना आठवां अर्धशतक सोढी की गेंद पर स्ट्रेट ड्राइव पर एक रन लेकर पूरा किया. विजय ने सोढी और बोल्ट दोनों के खिलाफ बैकफुट पर आकर खेलने को तरजीह दी जबकि पुजारा ने अपने फुर्तीले फुटवर्क से प्रभावित किया. न्यूजीलैंड ने आखिर में पुजारा को आउट करके महत्वपूर्ण सफलता हासिल की. पुजारा ने सैंटनर की गेंद पर स्ट्रेट ड्राइव करके वापस गेंदबाज को कैच थमाया.
पुजारा ने अपनी 109 गेंद की पारी में आठ चौके लगाये. भारत को सबसे बडा झटका तब लगा जब कोहली ने नील वैगनर के बाउंसर को चार रन के लिये भेजने के बाद फिर से आक्रामक रवैया अपनाया लेकिन इस बार गेंद बल्ले का उपरी किनारा लेकर सीमा रेखा पर कैच में तब्दील हो गयी.