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अश्विन ने लिली और वकार को पछाड़ा, सबसे तेज 200 विकेट लेने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बने

कानपुर : ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अपने 37वें टेस्ट मैच में 200वां विकेट लेकर सबसे कम मैचों में यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के दूसरे नंबर के गेंदबाज बन गये. अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन आज यहां कीवी कप्तान केन विलियमसन को आउट करके यह उपलब्धि हासिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2016 4:47 PM

कानपुर : ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अपने 37वें टेस्ट मैच में 200वां विकेट लेकर सबसे कम मैचों में यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के दूसरे नंबर के गेंदबाज बन गये. अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन आज यहां कीवी कप्तान केन विलियमसन को आउट करके यह उपलब्धि हासिल की.

ऑस्ट्रेलिया के क्लेरी ग्रिमेट ने 36 टेस्ट मैचों में 200 विकेट लिये थे जबकि अश्विन ने इस मुकाम पर पहुंचने के लिये उनसे एक टेस्ट मैच अधिक खेला. भारत के इस आफ स्पिनर ने इस तरह से डेनिस लिली और वकार यूनिस को पीछे छोड़ा जिन्होंने 38वें टेस्ट मैच में 200 विकेट पूरे किये थे.

वर्तमान समय में खेल रहे गेंदबाजों में दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन 39 मैचों में इस मुकाम पर पहुंचे थे. यदि भारतीय रिकार्ड की बात करें तो अश्विन ने एक अन्य आफ स्पिनर हरभजन सिंह का रिकार्ड तोड़ा जिन्होंने 46वें मैच में अपना 200वां विकेट हासिल किया था. उनके बाद अनिल कुंबले (47), भगवत चंद्रशेखर (48) और कपिल देव (50 मैच) का नंबर आता है.

अश्विन भारत की तरफ से 200 विकेट लेने वाले नौवें गेंदबाज और पांचवें स्पिनर बन गये हैं. भारत की तरफ से 200 या इससे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में अनिल कुंबले (619), कपिल देव (434), हरभजन सिंह (417), जहीर खान (311), बिशन सिंह बेदी (266), चंद्रशेखर (242), जवागल श्रीनाथ (236), इशांत शर्मा (209) और अश्विन (200) शामिल हैं.

अश्विन ने अभी तक कानपुर टेस्ट में सात विकेट चटकाये हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने अंतिम 100 विकेटों का लुत्फ उठाया. अश्विन ने चौथे दिन स्टंप के बाद कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया (2014-15) से लौटने के बाद मैं अपने अंतिम 100 विकेटों का लुत्फ उठा रहा हूं. मैं अपने विकेटों के लिये बेहतर तरीके से योजना बना रहा हूं. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी टीम से चुनौती हमेशा ही अच्छी होती है.

उदाहरण के तौर पर, विलियमसन सचमुच बढिया खेल रहा था. टेलर बैकफुट पर खेल रहा था. यह एक संयोजन होता है जो इसे संतोषजनक बनाता है, जिसमें अच्छे बल्लेबाज, परिस्थितियां और मैच के हालात शामिल हैं. ‘ अश्विन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अपनी उपलब्धियों के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी, मुझे काफी दूर तक जाना है.

(सत्र में 12 और टेस्ट होंगे) काफी अहम है कि एक बार में एक दिन को ही लिया जाये, अगर आप टेस्ट क्रिकेट को हलके में लोगे तो यह आपको पीछे छोड़ सकता है. आप जो भी हासिल करना चाहते हो, उसके लिये लालची रहो लेकिन टेस्ट की तैयारी के लिये आप एक बार में एक दिन को ही लें. ‘

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