टेस्ट में नंबर वन बनने के बाद भी कोहली की भूख कम नहीं हुई
कोलकाता : फिर से नंबर एक स्थान हासिल करने पर ही विराट कोहली की सफलता की भूख कम नहीं हुई और भारतीय कप्तान ने आज कहा कि टीम किसी भी तरह से ढिलायी नहीं बरतेगी क्योंकि उसने लंबे समय तक शीर्ष पर बने रहने को अपना लक्ष्य बनाया है. भारत ने न्यूजीलैंड को दूसरे टेस्ट […]
कोलकाता : फिर से नंबर एक स्थान हासिल करने पर ही विराट कोहली की सफलता की भूख कम नहीं हुई और भारतीय कप्तान ने आज कहा कि टीम किसी भी तरह से ढिलायी नहीं बरतेगी क्योंकि उसने लंबे समय तक शीर्ष पर बने रहने को अपना लक्ष्य बनाया है.
भारत ने न्यूजीलैंड को दूसरे टेस्ट मैच में 178 रन से हराया जिससे उसने आईसीसी टेस्ट रैकिंग में चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को शीर्ष से हटाकर फिर से नंबर एक स्थान हासिल किया. कोहली ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं पहले भी यह कह चुका हूं कि मैदान पर हम जो कुछ करते हैं रैंकिंग उसके बदले में प्रोत्साहन राशि की तरह है. मैं यह तक नहीं जानता था कि हमें नंबर एक बनने के लिये कितने अंक चाहिए. हम केवल हर मैच में जीत दर्ज करने के लिये खेलते हैं. ” उन्होंने कहा, ‘‘इसका मतलब यह नहीं है कि इंदौर में हम ढिलायी बरतेंगे. हम अपने जज्बे में किसी तरह की कमी नहीं लाएंगे. हमारा लक्ष्य देश के लिये टेस्ट मैच जीतना है. ” कोहली के नेतृत्व में भारत की यह लगातार चौथी टेस्ट जीत है. भारत अभी तक पिछले 13 टेस्ट मैचों से अजेय है. इसमें 11 जीत ओर दो ड्रा शामिल हैं.
भारतीय कप्तान ने कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य मैच जीतना है और यह मायने नहीं रखता कि वे कहां खेल रहे हैं. कोहली ने कहा, ‘‘हमने पिछले डेढ साल में यह दिखाया है. इसलिए हमें किसी के सामने कुछ साबित नहीं करना है. हम अपनी भूमिका निभा रहे हैं और सवाल उठाने वाले अपनी. यह असल में मनोरंजन के लिये आप क्या करना चाहते हैं और क्या नहीं करना चाहते हैं जैसा है. लेकिन जब हम मैदान पर जाते हैं तो हमें क्या हासिल करना है उस पर हमारा नियंत्रण होता है. हम अपनी क्षमताओं को समझते हैं.”
कोहली ने कहा कि भारत ने कड़ी परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करके अपने जज्बे की मिसाल पेश की है. उन्होंने कहा, ‘‘यह ऐसा टेस्ट था जिसमें खिलाडियों को दबाव के बजाय अपना जज्बा दिखाने का मौका मिला. हम इस तरह के जितने अधिक मैच जीतेंगे हमें यह समझने अधिक मौका मिलेगा कि टेस्ट क्रिकेट कैसे खेला जाता है और टेस्ट मैच कैसे जीते जाते हैं. इसलिए हम इन चीजों की पुनरावृत्ति कर सकते हैं. यह इन चीजों को अपने दिमाग में बिठाना और उनकी पुनरावृत्ति करने से जुड़ा है. इसे ही निरंतरता कहते हैं. ”