भारत और इंग्लैंड के बीच वर्ष 2014 के बाद अब 2016-17 में टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेली जा रही है. इस श्रृखंला की शुरुआत नौ नवंबर से हो रही है. इस श्रृंखला में पांच टेस्ट मैच खेले जायेंगे, जिसकी शुरुआत नौ नवंबर से हो जायेगी. इन पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला का विजेता कौन होगा, यह तो आने वाला समय बतायेगा.
दस साल में छह सीरीज खेले गये, इंग्लैंड का पलड़ा रहा भारी
पिछले 10 साल के आंकड़ों पर अगर गौर करें, तो मालूम होता है कि इन दस वर्षों में भारत और इंग्लैंड ने छह टेस्ट सीरीज खेले. वर्ष 2005-06 में इंग्लैंड भारत दौरे पर आया था और तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से ड्रा रही थी.
वर्ष 2007 में भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड दौरे पर गयी और तीन मैचों की श्रृंखला को 1-0 से जीता. जबकि वर्ष 2008-09 में इंग्लैंड की क्रिकेट टीम भारत दौरे पर आयी और विजेता भारत रहा, उसने दो मैचों की सीरीज 1-0 से जीती.
वर्ष 2009 के बाद भारत और इंग्लैंड ने वर्ष 2011 में पटौदी सीरीज खेली जब भारत इंग्लैंड के दौरे पर गया और उसे मुंह की खानी पड़ी. इस सीरीज में इंग्लैंड ने भारत को 4-0 से क्लीन स्विप किया. वहीं 2012-13 में इंग्लैंड भारत दौरे पर आया और उसने चार मैचों की सीरीज 2-1 से जीती. इसके बाद भारतीय टीम वर्ष 2014 में इंग्लैंड दौरे पर गयी और एक बार फिर उसने सीरीज इंग्लैंड के हाथों गंवा दी. उस वर्ष पांच मैचों की श्रृंखला भारत ने 3-1 से गंवा दी थी.
भारत के पास है जीत दर्ज करने का सुनहरा मौका
अब जबकि एक बार फिर भारत और इंग्लैंड की टीम आमने-सामने है, मुकाबला जबर्दस्त होगा. पिछले दस के रिकार्ड पर अगर गौर करें तो छह सीरीज में तीन बार इंग्लैंड को जीत मिली जबकि दो बार भारत जीता और एक बार सीरीज ड्रा रही. ऐसे में भारत के सामने यह मौका है कि वह इंग्लैंड को अपनी धरती पर धूल चटा दे और वर्ष 2008-09 के बाद एक बार फिर अपने देश को इंग्लैंड के खिलाफ जीत का स्वाद चखा दे.
भारतीय टीम अभी बहुत अच्छे फॉर्म में है और उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की श्रृखंला 3-0 से जीती है. वहीं इंग्लैंड बांग्लादेश के साथ दो मैचों की श्रृंखला खेलकर आ रहा है, जो 1-1 से बराबर रही है. भारत अपने होम ग्राउंड पर मैच खेल रहा है जिसका उसे फायदा मिलेगा इसमें कोई दो राय नहीं है, साथ ही टीम इंडिया अभी अच्छे फॉर्म में है. ऐसे में देखना यह है कि क्या भारत इस सीरीज में अंग्रेजों को शिकस्त देगी?