विशाखापत्तनम : राजकोट की बल्लेबाजी की अनुकूल पिच पर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण आलोचना का शिकार भारतीय स्पिनर कल से यहां इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन करने के इरादे से उतरेंगे क्योंकि पिच को स्पिनरों के अनुकूल माना जा रहा है.
एसीए-वीडीसीए स्टेडियम की पिच को पूरी तरह से स्पिन की अनुकूल माना जा रहा है जिसके सामने मेहमान टीम की बल्लेबाजी की परीक्षा होगी. भारतीय कप्तान विराट कोहली इससे पहले राजकोट की पिच को लेकर नाखुशी जता चुके हैं जहां भारतीय स्पिनरों को सिर्फ नौ विकेट मिले जबकि इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने चार शतक जड़े.
राजकोट मैच के बाद अच्छी पिच पर विकेट हासिल करने की रविचंद्रन अश्विन की क्षमता पर भी सवाल उठाए जाने लगे हैं जो पहले टेस्ट में 230 रन खर्च करने के बावजूद सिर्फ तीन विकेट हासिल कर पाए थे. पहले टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद अनुभवी सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का टीम में स्थान भी खतरे में है.
रणजी ट्राफी में अच्छा प्रदर्शन करने वाले सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल को भी टीम से जोड दिया गया है. दूसरे टेस्ट में स्पिनरों पर दारोमदार रहेगा और ऐसे में यह देखना होगा कि कोहली अंतिम एकादश में अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ उतरते हैं या आलराउंडर को तरजीह देते हैं. पहले टेस्ट में कई कैच टपकाने के बाद भारतीय टीम क्षेत्ररक्षण में भी सुधार करना चाहेगी.
भारत की नजरें स्पिनरों पर टिकी हैं लेकिन चार साल पहले महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में यह रणनीति मेजबान टीम पर ही भारी पड गई थी जब इंग्लैंड ने अहमदाबाद में पहला टेस्ट गंवाने के बाद श्रृंखला 2-1 से जीत ली थी.
चेतेश्वर पुजारा या रहाणे को कोहली के साथ जिम्मेदारी संभालनी होगी. गंभीर को वापसी कराने का प्रयोग उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं दे पाया। वह पिछले मैच में 29 और शून्य रन की पारियां खेल पाए जिससे राहुल को रणजी ट्राफी मैच के बीच से यहां बुलाया गया.
स्पिन विभाग में इंग्लैंड को कमजोर नहीं आंका जा सकता. टीम ने पाकिस्तान के दिग्गज स्पिनर रहे सकलेन मुश्ताक का अनुबंध भी बढाया है जो स्पिन गेंदबाजी सलाहकार के रूप में टीम के साथ जुडे हैं. सकलेन को पहले टेस्ट के बाद लौटना था लेकिन वह मोहाली टेस्ट तक टीम के साथ रहेंगे.
राशिद ने भी कहा है कि सकलेन की सलाह से राजकोट में उन्हें फायदा मिला. इंग्लैंड को पिछले भारत दौरों पर कुक और जो रुट जैसे शानदार बल्लेबाज मिले हैं जिन्होंने क्रमश: 2006 और 2012 दौरों पर पदार्पण किया.