सचिन के गुरु ज्ञान के बाद कोहली बने बल्‍लेबाजी के उस्‍ताद

नयी दिल्‍ली : भारतीय टेस्‍ट टीम के कप्‍तान विराट कोहली इन दिनों शानदार फॉर्म से गुजर रहे हैं. उनके बल्‍ले से रनों की बरसात हो रही है. टेस्‍ट हो गया वनडे-टी-20, क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में कोहली बल्‍लेबाजी के उस्‍ताद हो गये हैं. टेस्‍ट में मौजूदा रैंकिंग में कोहली अब तक के सबसे अच्‍छे पोजिशन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2016 4:32 PM

नयी दिल्‍ली : भारतीय टेस्‍ट टीम के कप्‍तान विराट कोहली इन दिनों शानदार फॉर्म से गुजर रहे हैं. उनके बल्‍ले से रनों की बरसात हो रही है. टेस्‍ट हो गया वनडे-टी-20, क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में कोहली बल्‍लेबाजी के उस्‍ताद हो गये हैं. टेस्‍ट में मौजूदा रैंकिंग में कोहली अब तक के सबसे अच्‍छे पोजिशन पर पहुंच गये हैं. ताजा रैंकिंग में कोहली चौथे स्थान पर पहुंच गये हैं. टी-20 और वनडे में कोहली टॉप पर हैं. कोहली के मौजूदा फॉर्म को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनके बल्‍ले से रन नहीं अंगारे बरस रहे हैं.

कोहली का बल्‍ला टेस्‍ट में पिछले दो साल से खूब चल रहा है. इससे पहले कोहली को केवल वनडे और टी-20 का उस्‍ताद माना जाता था. लेकिन 2014 में इंग्‍लैंड दौरे के बाद उनकी टेस्‍ट बल्‍लेबाजी में अचानक बदलाव आया और नजारा सबके सामने है. दरअसल अचानक आये इस बदलाव के पीछे एक महान क्रिकेटर का हाथ रहा है. उस महान क्रिकेटर ने कोहली को गुरु ज्ञान दिया और भारतीय कप्‍तान टेस्‍ट में भी बल्‍लेबाजी के उस्‍ताद बन गये हैं.

वह महान क्रिकेटर कोई और नहीं बल्कि क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर हैं. दरअसल 2014 में इंग्‍लैंड दौरे पर कोहली कुछ खास नहीं कर पाये थे और उनका बल्‍ला शांत रहा था. दौरे से निराश लौटे कोहली ने सचिन तेंदुलकर से समय मांगा. सचिन ने भी उन्‍होंने अपना महत्‍वपूर्ण समय दे दिया.
कोहली सचिन के कोचिंग में दस दिन रहे. सचिन ने भी माना इंग्‍लैंड दौरे पर कोहली की बल्‍लेबाजी में थोडी बहुत कमी रह गयी थी. सचिन के साथ कोहली ने अपनी बल्‍लेबाजी में कमी को दूर किया और आज दुनिया के सबसे महान क्रिकेटरों में शामिल हो गये हैं.
इस बात का खुलासा खुद कोहली ने एक अंग्रेजी अखबार को दिये गये साक्षात्‍कार में किया. कोहली ने बताया कि इंग्‍लैंड दौरे से लौटने के बाद उन्‍होंने सचिन पाजी से मिलने का समय मांगा और सचिन ने भी मना नहीं किया. सचिन ने दस दिनों तक मुझे कोचिंग दिया और बताया कि मैदान पर गेंद को खेलते समय कोई कन्‍फ्यूजन नहीं होना चाहिए. ह‍मेशा गेंद खेलते समय एक इरादा मन में होना चाहिए. तेज गेंदबाजों को खेलते समय भी उसी तरह से फॉरवर्ड आना चाहिए जिस तरह से स्पिनरों के खिलाफ आते हैं. कोहली ने बताया, सचिन पाजी के इस गुरु ज्ञान के बाद से उनके खेल में काफी बदलाव आया. इसके बाद कोहली ने टेस्‍ट मैच में ऑस्‍ट्रेलिया दौरे पर लगातार चार शतक जमाया था और फिर उसके बाद से कोहली कभी पीछे मुड कर नहीं देखे.

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