#IndvsEng : जडेजा और अश्विन के कमाल से भारत ने इंग्लैंड पर शिकंजा कसा
मोहाली : रविंद्र जडेजा के करियर के सर्वश्रेष्ठ 90 रन से पहली पारी में 134 रन की अहम बढ़त लेने के बाद हरफनमौला आर अश्विन की उम्दा गेंदबाजी की मदद से भारत ने दूसरी पारी में इंग्लैंड के शीर्षक्रम के चार विकेट निकालकर तीसरे क्रिकेट टेस्ट पर शिकंजा कस लिया. निचले क्रम पर जडेजा और […]
मोहाली : रविंद्र जडेजा के करियर के सर्वश्रेष्ठ 90 रन से पहली पारी में 134 रन की अहम बढ़त लेने के बाद हरफनमौला आर अश्विन की उम्दा गेंदबाजी की मदद से भारत ने दूसरी पारी में इंग्लैंड के शीर्षक्रम के चार विकेट निकालकर तीसरे क्रिकेट टेस्ट पर शिकंजा कस लिया.
निचले क्रम पर जडेजा और अश्विन की 97 रन की साझेदारी की बदौलत भारत ने तीसरे दिन आज पहली पारी में 417 रन बनाकर 134 रन की बढ़त ले ली थी. जवाब में अश्विन ने फिरकी का जाल बुनकर इंग्लैंड को दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत नहीं करने दी. तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड के चार विकेट 78 रन पर निकल गए थे. अभी भी वह भारत के पहली पारी के स्कोर से 56 रन पीछे है.
जो रुट 36 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि जेरेथ बेट्टी ने अभी खाता नहीं खोला है. अश्विन ने 12 ओवर में 19 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि जयंत यादव को एक विकेट मिला. इससे पहले तीसरे दिन पहले दो सत्र के खेल का आकर्षण जडेजा के 170 गेंद में 90 रन रहे जिसमें 10 चौके और एक छक्का शामिल था. उन्होंने अश्विन (72) के साथ 97 रन की साझेदारी की. इसके अलावा जयंत यादव (55) ने भी उम्दा पारी खेली जिसने 141 गेंदों का सामना करके पांच चौके जड़े. टेस्ट क्रिकेट में यह उसका भी पहला अर्धशतक है.
जडेजा का इससे पहले सर्वोच्च टेस्ट स्कोर 68 रन था जो उसने 2014 में लार्ड्स पर इंग्लैंड के ही खिलाफ बनाया था. जयंत ने भी अपनी उपयोगिता साबित करते हुए श्रृंखला में लगातार तीसरी बार भारत को 400 रन के पार पहुंचाया.
भारत के खिलाफ किसी मेहमान टीम ने पहली पारी में 65 रन से अधिक से पिछडने के बाद जीत दर्ज नहीं की है. पिछली बार 52 साल पहले 1964 में बाब सिम्पसन की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में 65 रन से पिछड़ने के बाद भारत को हराया था. भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार सातवें नंबर या नीचे उतरने वाले तीन खिलाडियों अश्विन, जडेजा और जयंत ने एक ही पारी में अर्धशतक जमाये. जडेजा ने लंच के बाद क्रिस वोक्स को एक ओवर में चार चौके जड़े. वोक्स को अगले ओवर में गेंदबाजी से हटा दिया गया और आदिल रशीद को गेंद सौंपी गई. जडेजा ने उसे छक्का मारने की कोशिश की लेकिन लांग आन सीमा पर वोक्स को कैच दे बैठे और पहले टेस्ट शतक से चूक गए. उमेश यादव ने जयंत के साथ 33 रन जोड़कर भारत को 400 रन के पार पहुंचाया.
इससे पहले अश्विन ने वोक्स को और जडेजा ने मोईन अली को चौके जडकर भारत को आक्रामक शुरुआत दिलाई. इस साझेदारी को बेन स्टोक्स ने तोडा जब अश्विन ने आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद को छेड़कर जोस बटलर को कैच थमाया. इसके बाद हालांकि जडेजा को जयंत के रुप में अच्छा साझेदार मिला.
पहली पारी में 134 रन से पिछडने के बाद इंग्लैंड की दूसरी पारी का आगाज अच्छा नहीं रहा. भारत को पहली सफलता 14वें ओवर में अश्विन ने दिलाई जब स्पिन के महारथी माने जाने वाले विरोधी कप्तान एलेस्टेयर कुक (12) उनकी गेंद पर बोल्ड हो गए. उस समय इंग्लैंड का स्कोर 27 रन था.
इंग्लैंड का दूसरा विकेट मोईन अली के रुप में गिरा जिन्हें भी अश्विन ने पवेलियन भेजा. अली ने हवा में शाट खेला और मिडआन पर जयंत यादव को कैच दे बैठे. इंग्लैंड के शीर्ष दो बल्लेबाज 39 के कुल स्कोर पर पवेलियन में थे. इसके बाद जो रुट और जानी बेयरस्टा ने तीसरे विकेट के लिये 31 रन जोड़े लेकिन जयंत ने इस साझेदारी को लंबा खिचने नहीं दिया. इस विकेट का श्रेय हालांकि पार्थिव पटेल को जाता है जिसने विकेट के पीछे अद्भुत कैच लपका. बेयरस्टा ने गेंद की उछाल को भांपने में गलती की और बैकफुट पर खेलने के प्रयास में बल्ला लगा दिया. लंबे समय बाद टीम में वापसी करने वाले पार्थिव ने नीचे की ओर जाता कैच लपकने में कोई चूक नहीं की.
इस समय स्कोर 70 रन था और इसमें आठ रन जुड़े थे कि अश्विन ने बेन स्टोक्स को अपना तीसरा शिकार बनाकर इंग्लैंड को एक और झटका दिया. अश्विन ने स्टोक्स के पगबाधा आउट होने की जोरदार अपील की जिसे मैदानी अंपायर ने खारिज कर दिया. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने डीआरएस का इस्तेमाल किया और कामयाब रहे.