VIDEO : जडेजा ने मोहाली टेस्‍ट में बल्‍ले से दिखाया ”राजपूती ट्रेडमार्क”

मोहाली : भारत के ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की बल्ले से बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाने के लिये कई बार आलोचना की जाती रही है, उन्होंने अपने आलोचकों को जवाब देते हुए आज यहां इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारी खेली. अपनी पारी के दौरान 10 चौके और एक छक्‍के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2016 6:21 PM

मोहाली : भारत के ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की बल्ले से बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाने के लिये कई बार आलोचना की जाती रही है, उन्होंने अपने आलोचकों को जवाब देते हुए आज यहां इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारी खेली.

अपनी पारी के दौरान 10 चौके और एक छक्‍के लगाये. टेस्‍ट क्रिकेट में अपनी शानदार पारी खेलने के बाद जडेजा ने मैदान पर अलग अंदाज में जश्‍न मनाया. उन्‍होंने मैदान पर बल्‍ले से तलवारबाजी का नजारा पेश किया. अपने जश्‍न मनाने के अंदाज के बारे में उन्‍होंने प्रेस वार्ता में खुलासा किया और कहा, राजपुत होने के नाते यह उनका ट्रेड मार्क है. वो मैदान पर तलवारबाजी तो नहीं कर सकते इसलिए उन्‍होंने बल्‍ले से ही तलवारबाजी का जश्‍न मनाया.

ऐसा नहीं है कि मैं बल्लेबाज की तरह सोचता हूं, बल्कि मैं बल्लेबाज हूं : जडेजा
प्रेस वार्ता में जडेजा की बल्‍लेबाजी के बारे में पूछे गये सवाल पर आज व्यंग्य साफ दिख रहा था, जब उन्होंने कहा कि वह सिर्फ ‘विशेषज्ञ बल्लेबाज’ की तरह ही सोचते नहीं हैं बल्कि वह एक बल्लेबाज हैं. जडेजा के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट स्कोर 90 रन की बदौलत भारत ने पहली पारी में 134 रन की बढ़त बनायी, जिससे इंग्लैंड की टीम मैच के तीसरे दिन काफी दबाव में आ गयी.
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह बल्लेबाजी करते हुए ज्यादा जिम्मेदार बन गये हैं क्योंकि आज उनके रक्षात्मक खेल को देखते हुए यह साफ झलक रहा था तो उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि मैं खुद को बल्लेबाज मानता हूं, बल्कि मैं बल्लेबाज हूं. ‘ उन्होंने अपना पक्ष साबित करने के लिये आंकडों का भी सहारा लिया. सौराष्ट्र के इस आल राउंडर ने कहा, ‘‘मैं प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 53 के औसत (ईएसपीएनक्रिकइंफो के हिसाब से 43 के औसत से) से रन बना रहा हूं, अगर आप टेस्ट मैचों को अगल रख दें तो ऐसा ही है. ऐसा पहली बार नहीं है जब मैंने 90 रन बनाये हैं. ‘
जडेजा ने कहा, ‘‘हां, भले ही टेस्ट में ऐसा पहली बार हो, लेकिन मुझे पता है कि मैं बल्लेबाजी कर सकता हूं. मैं जल्दबाजी में नहीं था, क्योंकि यह धीमा विकेट था, जिस पर गेंद कम टर्न हो रही थी. मैं 50, 60 या 70 गेंद के बाद जान गया था कि मैं अपनी स्कोरिंग गति बढा सकता हूं. ‘ लार्ड्स पर बनाये गये उनके 68 रन से आज की पारी की तुलना के बारे में पूछने पर जडेजा ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत के लिये खेली गयी कोई भी अच्छी पारी महत्वपूर्ण है.
इस पारी के दौरान भी हम ऐसी हालत में थे जब हमने 150 रन (156 रन) पर पांच विकेट गंवा दिये थे, उस स्थिति से टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचाना चुनौतीपूर्ण था. जयंत (यादव), (रविचंद्रन) अश्विन और मैंने एक दूसरे से बात की, पारी को आगे बढ़ाया और हम भाग्यशाली रहे कि हम अब अच्छी स्थिति में हैं, वे अभी 70 रन (सही में 56 रन) से पिछड़ रहे हैं और उनके चार विकेट गिर गये हैं. ‘

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